पेड़-पौधे मानव ही नहीं पशु-पक्षियों और सुंदर वातावरण के वजूद के भी प्रमुख स्तंभ हैं. वर्तमान जीवन शैली और भागदौड़ भरी ज़िंदगी में लोग सुकून के लिए अपने आस-पास ख़ाली जगह, गार्डेन में फूलों, फलों और आकर्षण वाले पौधे लगाते हैं जो देखने में तो अच्छे लगते ही हैं साथ ही पर्यावरण और सेहत के लिए भी अच्छे होते हैं.
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप किस तरह दो आसान तरीक़ों से अपने घर में गुड़हल (Hibiscus) के फूल लगा सकते हैं. तो चलिए वक़्त बर्बाद न करते हुए शुरू करते हैं.
बीज विधि
गुड़हल उगाने की इस विधि में आप गुड़हल के फूलों में लगे बीजों को इस्तेमाल करना होगा. सबसे पहले आप एक ग्रो बैग या फिर गमला लें. ध्यान रहे कि गमले का साइज़ छोटा ही हो. इसके बाद ग्रो बैग या गमले में मिट्टी को भरें और फूलों के बीजों का इसमें छिड़काव कर दें. स्प्रेयर की मदद से ज़रूरत के हिसाब से पानी देते रहें. ज़्यादा पानी डालेंगे तो पौधा सड़ जाएगा. आप देखेंगे कि कुछ दिन बाद इन बीजों से गुड़हल का पौधा उगेगा और फिर फूल निकलने लगेंगे. गुड़हल की बुवाई की यह आसान और बेहद सुविधाजनक तरीक़ा है. चलिए अब जानते हैं दूसरा तरीक़ा...
कटिंग विधि
गार्डेनिंग के शौक़ीन कई लोग कटिंग विधि का इस्तेमाल कर अपने घर, गार्डेन में गुड़हल का पौधा लगाते हैं. आइए समझते हैं कि कैसे आप इस तरह से गुड़हल लगा सकते हैं. अगर आपके यहां या पास-पड़ोस में किसी के घर गुड़हल लगा हो तो वहां से सबसे पहले इसकी क़रीब 6 इंच लम्बी डाल ले लें, फिर इसके नीचे लगी पत्तियों को हटाकर कलम बना लें. अब एक कंटेनर में पानी भरें और कलम किए गए डाल के आधे हिस्से को इसमें डूबा कर हल्की रौशनी में रख दें. 3 से 4 हफ़्ते में आप देखेंगे कि इससे जड़ निकलने लगी है. अब इसको ग्रो बैग या गमले में शिफ़्ट कर दें. कुछ दिन में पौधा निकलने लगेगा.
मार्च से अक्टूबर के बीच गुड़हल लगाना सबसे बेस्ट होता है. गुड़हल के फूल आपके घर की ख़ूबसूरती में चार चांद लगाते हैं. गुड़हल के फूलों में औषधीय गुण पाए जाते हैं. यह खून की कमी, बुखार में, वज़न कम करने में, बेचैनी और अपच में हमारे काम आता है. लेकिन इसका सेवन विशेषज्ञ की सलाह पर ही करें.
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