नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 20 April, 2020 12:00 AM IST
Goat Farming

बकरीपालन का व्यवसाय हमेशा ही लोगों को आकर्षित करता आया है. छोटे किसानों के लिए तो ये आजीविका का मुख्य साधन है. वैसे  कई ऐसी बकरियों की नस्लें भी हैं, जो दूध उत्पादन में गाय-भैंस को भी मात दे देती हैं. आज हम आपको ऐसी ही एक बकरी के बारे में बताएंगें.

बहुत खास है माल्टीज़ नस्ल की बकरी (Maltese breed goat is very special)

माल्टीज़ नस्ल की बकरी प्रतिदिन 5 से 10 लिटर दूध आसानी से दे सकती है. इसके दूध का स्वाद भी अन्य बकरियों के मुकाबले अलग होता है और इसमें गंध अधिक नहीं होती है. अगर अच्छी देखभाल की जाए तो औसत एक वर्ष में इस बकरी से 600 किलो से अधिक दूध की प्राप्ति हो सकती है. आम तौर पर इनका रंग सफेद होता है. इनका वजन 46 किलो तक हो सकता है. लंबाई में ये 87 सेंटीमीटर तक हो सकते हैं. इनका मूल स्थान ग्रीक और तुर्की है.

लाभकारी है माल्टीज़ नस्ल की बकरी का दूध (Milk of Maltese breed of goat is beneficial)

इस बकरी का दूध स्वास्थय के लिए भी लाभदायक है. इसके सेवन से ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है और शरीर को शक्ति मिलती है. इसमें पोटेशियम का स्तर काफी ज्यादा होता है जो शरीर के लिए फायदेमंद है. इसके अलावा इसमें कैल्शियम की कमी को दूर करने के गुण भी है. इसका दूध हड्डियों की मजबूती के लिए लाभकारी है.

इसके अतिरिक्त अल्पाइन नस्ल की बकरी भी दूध देने के लिए ही जानी जाती है. इस बकरी के दूध से डेयरी उत्पाद भी बनाएं जाते हैं. कई जगहों पर इसके दूध से पनीर, आइसक्रीम व मक्खन आदि भी बनाएं जाते हैं, जो लोगों को काफी पसंद भी आते हैं. हालांकि अभी इन नस्लों को भारत में नहीं लाया गया है. लेकिन सरकार इन्हें लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. ऐसे में अगर इन बकरियों का आगमन भारत में होता है, तो निसंदेह पशुपालकों को बड़ा लाभ होगा.

English Summary: this breed of goat can give milk more than cow know more about it
Published on: 20 April 2020, 04:49 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now