Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 9 November, 2023 12:00 AM IST

Surti Buffalo:भारत के ग्रामीण इलाकों में भले ही किसानी पर ज्यादा जोर दिया जाता हो, लेकिन खेती बाड़ी के साथ-साथ पशुपालन की ओर भी किसानों की रूचि बढ़ी है. देश में इसे अब व्यापक रूप से किया जा रहा है. जिसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं की पशुपलान के क्षेत्र में भारत आज दुसरे स्थान पर है. देश में देयरी उत्पादों की बढ़ती मांग को देखते हुए दूध की खपत भी बढ़ी है. जिसके चलते डेयरी बिजनेस खूब फल फूल रहा है और किसान इससे अच्छी कमाई कर रहे हैं. अगर आप भी एक किसान और डेयरी बिजनेस के जरिए अपनी कमाई को बढ़ाना चाहते हैं तो इस खबर में हम आपको भैंस की सूरती नस्ल के बारे में बताएंगे, जो अधिक मात्रा में दूध का उत्पादन करती है.

1800 लीटर तक दूध देने की क्षमता

सूरती भैंस जल भैंस की एक नस्ल है, जो माही और साबरमती नदियों के बीच गुजरात के खेड़ा और बड़ौदा में पायी जाती हैं. इस नस्ल की सबसे अच्छी भैंसें गुजरात के आनंद ,कैरा और बड़ौदा जिलों में पाई जाती हैं. इसकी औसत उत्पादन क्षमता 1600-1800 लीटर प्रति व्यात होती है, इसके दूध में वसा की मात्रा 8-12 प्रतिशत होती है. इस नस्ल की भैंस रोजाना 15 लीटर तक दूध दे सकती है. इसका रंग भूरे से सिल्वर सलेटी, काले या भूरे रंग का होता है. जबकि, इसके सींग मध्यम आकार का नुकीला धड़, लंबा सिर और दराती के आकार की सींग होती है।

ये भी पढ़ें: Buffaloes Dairy Farming: जीरा और गुड़ खाने से दुधारू भैंसों के सेहत पर नहीं पड़ता है मौसम का प्रभाव, नियंत्रित रहता है शरीर का तापमान, शोध में खुलासा

इतनी है भैंस की कीमत

सुरती भैंस को कई और नामों से भी जाना जाता है, जो क्षेत्रों पर निर्भर करते हैं. विभिन्न क्षेत्रों में इन्हें अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जैसे चरोटारी, दक्कनी, गुजराती, नडियाडी और तालाबारा. सुरती भैंस की अधिका दूध उत्पादन क्षमता के चलते इसे भैंस की उन्नत किस्मों में गिना जाता है. ऐसे में अगर आप भी इस भैंस को कमाई का एक साधन बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले इसकी पहचान, कीमत और खासियतें जान लें. आइए आपको इस भैंस के बारे में विस्तार से बताते हैं. बाजार में इस नस्ल की भैंस की कीमत 40 हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये के बीच है.

सूरती भैंस की पहचान और विशेषताएं (Characteristics of Surti Breed Buffalo)

  • सूरती नस्ल की भैंस आमतौर पर गुजरात राज्य में पाई जाती है.

  • सुरती भैंस मध्यम आकार और विनम्र स्वभाव की होती है.

  • इस नस्ल का सिर काफी चौड़ा और लंबा होता है और सींगों के बीच शीर्ष पर उत्तल आकृति होती है। इनके सींग आकार में नुकीले एवं मध्यम होते हैं.

  • यह रंग में भूरे एवं काले रंग की होती है.

  • इस नस्ल की भैंस एक ब्यांत में 900 से 1600 लिटर तक दूध दे सकती है.

  • सूरती नस्ल की नर प्रजाति का वजन लगभग 430 किलोग्राम से 440 किलोग्राम और मादा प्रजाति का वजन लगभग 400 किलोग्राम से 410 किलोग्राम होता है.

  • इस नस्ल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस नस्ल की भैंस के दूध में बहुत अधिक वसा की मात्रा होती है.

  • इस नस्ल की भैंस पशुपालन के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है.

  • इस नस्ल की भैंस में स्तनपान की अवधि लगभग 290 दिन की होती है.

भैंस पालन में इन बातों का रखें ध्यान

  • यदि आप भैंस पालन करते हैं तो आप सबसे पहले उनके आहार पर विशेष ध्यान रखना होगा.

  • उन्हें समय- समय पर पौष्टिक आहार दें, जिससे उनके दूध उत्पादन की क्षमता अच्छी बनी रहे.

  • समय-समय पर पशुओं का टीकाकरण कराएं.

  • समय-समय पर पशुओं को स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाकर उनके स्वस्थ्य की जांच कराएं.

English Summary: Surti Buffalo dairy-farming-Surti Buffalo-breed-price-milk-per-day-best-Buffalo-breed-in-india
Published on: 09 November 2023, 12:37 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now