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Updated on: 19 April, 2022 12:00 AM IST

जैसे ही ग्रीष्म ऋतु की शुरुआत होती है,  तो पशुओं में भी कई बीमारी के लक्षण दिखाई देने लगते हैं, जिसका मुख्य कारण मौसम में हो रहा बदलाव है. बदलते मौसम के दौरान पशुओं में बुखार, बेचैनी, श्वास की तकलीफ, हांफना (हौकनी), आँखों व नथुनों से पानी आने के लक्षण दिखाई देते हैं.

पशुओं को अत्यधिक गर्मी होने के कारण बुखार, बेचैनी, श्वास की तकलीफ, हांफना (हौकनी), आँखों व नथुनों से पानी आने जैसे लक्षणों का निवारण करने हेतु इन होम्योपैथिक औषधियों का उपयोग आप अपने पशुओं पर कर सकते हैं…

  • प्रेवेंटो (ग्रीष्म प्रकोप से बचने हेतु)

  • पायरोसुल (बुखार से राहत दिलाने हेतु)

  • प्रीवेंटो + पायरोसूल के द्वारा करें ग्रीष्म प्रकोप पर डबल अटैक

अपने पालतू पशुओं में गर्मी के कारण होने वाली बीमारी को रोकने में कैसे मदद करें?

अपने पालतू पशुओं में गर्मी के कारण होने वाली बीमारी से बचाने और उसको बढ़ने से रोकने के लिए आप कुछ सरल कदम उठा सकते हैं:

  • सुनिश्चित करें की पशुओं के आस-पास हर समय भरपूर मात्रा में ताजा, ठंडा पानी उपलब्ध हो.

  • जितना हो सके पशुओं को वातानुकूलित या हवादार क्षेत्रों में रखें.

  • सुनिश्चित करें कि पशुओं के पास स्वतंत्र रूप से घूमने के लिए जगह हो.

  • दिन में दो बार पशु को ठन्डे पानी से नहलाएं.

  • आवश्यकता पड़ने पर पशु चिकित्सक की सलाह लें.

  • थोड़ी सी देखभाल से आप अपनी पशुओं को पूरी गर्मी में स्वस्थ और आरामदायक रहने में मदद कर सकते हैं.

प्रीवेंटो + पायरोसूल के द्वारा करें ग्रीष्म प्रकोप पर डबल अटैक

जैसे ही गर्मी का मौसम शुरू होता है, पशुओं को गर्म मौसम में होने वाली बीमारियों का खतरा अधिक बढ़ जाता है. इसीलिए आपके पशुओं को अत्यधिक गर्मी के कारण होने वाले बुखार, बेचैनी, श्वास की तकलीफ, हाफना, आँखों व नथूनों से पानी आने जैसे लक्षणों का निवारण करने हेतु गोयल वेट फार्मा लेकर आया है - प्रीवेंटो+पायरोसूल होम्योपैथिक पशु औषधि. इन दवाओं के इस्तेमाल से आपके पशुओं की समस्या जल्द ठीक हो जाएगी तथा पशु का दूध भी कम  नहीं  होगा. यह दावा कुछ इस प्रकार है- प्रीवेंटो + पायरोसूल का कॉम्बो! यह मेडिकल स्टोर पर आसानी से उपलब्ध है. 

ये भी पढ़ें: पशुओं में पाचन और अपच की समस्या का रामबाण इलाज है यह होम्योपैथिक दवा

प्रीवेंटो + पायरोसूल  देने की विधि.

तीव्र ज्वर की स्थिति में

दोनों दवाओं को आधे-आधे घंटे के अंतर से 6 से 8 बार दें.

सामान्य स्थिति में

  • दोनों दवाओं को आधे-आधे घंटे के अंतर से दिन में तीन बार दें.

  • पशु को दवा रोटी, गुड़, अथवा जीभ पर भी दे सकते हैं.

  • अधिक जानकारी के लिए अपने नज़दीकी पशु चिकित्सक से सलाह लें.

उत्पाद खरीद से संबंधित जानकारी और पूछताछ के लिए कृपया संपर्क करें: +91 8191006007

या हमें ई-मेल करें: care@goelvetpharma.com  

अपने पालतू पशुओं के स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं को अपने पशु चिकित्सक के साथ साझा करें.

गोयल वैट फार्मा प्राइवेट लिमिटेड

 +91 8191006007

1977 से पशु चिकित्सा में होम्योपैथी के अग्रणी..

English Summary: If you want to save animals from the scorching heat, then use these homeopathic medicines, milk will also increase
Published on: 19 April 2022, 04:30 IST

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