खुशखबरी: बकरी पालन के लिए मिलेगी 8 लाख रुपये तक की मदद, तुरंत करें ऑनलाइन आवेदन! बासमती चावल का निर्यात बढ़ाने के लिए इन 10 कीटनाशकों के उपयोग पर लगा प्रतिबंध Lemon Farming: नींबू की फसल में कैंसर का काम करता है यह कीट, जानें लक्षण और प्रबंधन केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक OMG: अब पेट्रोल से नहीं पानी से चलेगा स्कूटर, एक लीटर में तय करेगा 150 किलोमीटर!
Updated on: 16 August, 2024 12:00 AM IST
गाय से सिर्फ ढाई सौ रुपये में बछिया का होगा जन्म , सांकेतिक तस्वीर

पशुपालकों के लिए एक अच्छी खबर है. दरअसल, बिहार सरकार ने राज्य में दूध का कारोबार बढ़ाने और पशुपालकों की आय में वृद्धि के लिए एक बेहतरीन तकनीक पर काम करना शुरू कर दिया है. बता दें कि बिहार सरकार जिस तकनीक पर काम कर रही है, उसकी मदद से उच्च क्षमता वाले दुधारू गाय की नस्ल तैयार होगी. इन नस्लों के पालन से पशुपालक कम लागत में अच्छी कमाई कर सकते हैं. वही, इस तकनीक की मदद से सिर्फ ढाई सौ रुपये के खर्च में हर बार गाय बछिया का ही जन्म होगा.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस तकनीक पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने मिलकर काम करना शुरू किया है. ताकि पशुपालकों की आय में बढ़ोतरी हो सके और गाय की विलुप्त नस्लों को बचाया जा सके.

गाय से बछिया पैदा करने की शुक्राणु छंटाई तकनीक

बिहार सरकार शुक्राणु छंटाई तकनीक पर काम कर रही है, जिससे दुधारू नस्ल की गायों का जन्म हो सके. शुक्राणु छंटाई तकनीक से हर बार गाय बछिया का ही जन्म होगा. वो भी सिर्फ ढाई सौ रुपये के खर्च में यह कार्य पूरा होगा. गायों की इन नस्लों से पशुपालक अत्यधिक दूध का उत्पादन सरलता से कर सकते हैं.

गायों की दुधारू नस्ल ऐसे होगी तैयार

मीडिया रिपोर्ट्स के द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक,गायों की दुधारू नस्लों को तैयार करने के लिए पर्याप्त मात्रा में सीमन भी जिला पशुपालन विभाग में उपलब्ध करवाया जा चुका है. इस संदर्भ में जिला पशुपालन पदाधिकारी का कहना है कि सांड के सीमन के जरिए पशुओं को कृत्रिम गर्भाधान निषेचित किया जाएगा. यह तकनीक कुछ इस तरह से काम करती है कि गाय से सिर्फ और सिर्फ दुधारू नस्ल की बछिया ही पैदा होगी, जो पशुपालकों की आय तो बढ़ाएगी ही साथ ही दूध उत्पादन में भी काफी हद तक मदद करेगी.

बछिया न पैदा होने पर मिलेंगे पैसे वापस

राज्य की जिस भी गाय पर शुक्राणु छंटाई तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, उससे सीमन अधिकतम दो बार ही दिया जाएगा. अगर किसी कारणवश से किसी भी गाय से बाछी का जन्म नहीं होता है, तो ऐसी स्थिति में जिला पशुपालन विभाग से किसान व पशुपालक की राशि वापस कर दी जाएगी.

English Summary: Good news for Dairy Farming cow will give birth to a female calf every time at a cost of just Rs 250 latest news
Published on: 16 August 2024, 06:05 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now