कम लागत और सामान्य रख-रखाव में बकरी पालन व्यवसाय गरीब किसानों के साथ-साथ बड़े किसान और खेतिहर मजदूरों के लिए आय का एक अच्छा साधन बनता जा रहा है. झारखंड, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में यह बकरियां बतौर एक्स्ट्रा इनकम के रूप में उनकी मदद करती हैं.
लेकिन अभी भी किसानों को बकरियों की सही नस्ल और पूरी जानकारी नहीं होने के चलते उससे ज्यादा लाभ नहीं कमा पा रहे हैं. आज हम बात करेंगे बकरी की एक ऐसे नस्ल की, जो विदेशों में सबसे अधिक पाली जाती है.
Boar Goat:
बोअर बकरी (Boar Goat) का जब भी जिक्र आता है, तो वह अपने वजन के बढ़ोत्तरी के लिए जानी जाती है. बोअर बकरी विदेशों में सबसे ज्यादा पाली जाने वाली नस्ल है खासकर दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूझिलंड जैसे देशों में बोअर बकरी को काफी बड़े-बड़े झुंडो में पाला जाता है. बोअर बकरी के मांस के लिए बढ़ती मांग को देखते हुए इस बकरी को भारी संख्या में पाला जाता है.
बोअर बकरिया विषेशरूप से मांस के लिए पाली जाती हैं. बोअर बकरियों की व्यावसायिक प्रजनन भी काफी सफल है, जिसका फायदा वहां के किसानों को होता है. आमतौर पर अगस्त से दिसंबर के महीने तक बोअर बकरियों का प्रजनन चलता है. बोअर बकरिया में भी मध्यम आकार की बकरियों को ही काफी पसंद किया जाता है. विदेशों में इस नस्ल की बढ़ती मांग को देखते हुए यहाँ के किसानों ने भी इस नस्ल में अपनी दिलचस्पी दिखाई है.
भारत में भी हाल के दिनों में बोअर बकरिया पालने वालो की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है. भारत के महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु राज्यों में बोअर बकरी ज्यादा पाई जाती हैं. मांस के लिए पायी जाने वाली सभी बकरियों में बोअर बकरी सबसे बड़ी बकरियों के लिस्ट में शुमार है. मांस के शौकीन लोग अक्सर इस बकरी का मांस खाना पसंद करते हैं.
वहीं बोअर बकरी की प्रजनन दर की बात करें तो बाकि बकरियों से इसकी प्रजनन क्षमता ज्यादा होती है, जिसके चलते किसानों को मुनाफा भी अधिक होता है. वयस्क Male Boar Goat का वजन लगभग 110 से 155 किलो तक का होता है और वही वयस्क Female Boar Goat की बात करें तो इसका वजन लगभग 90 से 110 किलो के आसपास होता है. Goat Meat यानीं बोअर बकरियों के मांस का स्वाद भी अन्य बकरियों के मांस से काफी अच्छा होता है.
बोअर बकरी की शारीरिक विशेषताएं
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बोअर बकरी (Boar Goat) के शारीरिक विशेषताओं की बात करें तो इसका रंग सामान्यतया शरीर सफेद और गर्दन का हिस्सा हल्के भूरे रंग का होता है. वैसे ही कुछ कुछ बकरियां पूर्ण रूप से सफेद और पूर्ण रूपसे भूरे रंग की भी देखी जा सकती है.
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Boar Goat के कान काफी लम्बे होते हैं.
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सभी जाति के बकरियो के मुकाबले Boer Goat तेजी से बढ़नेवाली और ज्यादा मांस उत्पादन क्षमतावाली बकरियों में गिनी जाती है.
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सभी प्रजाति के बकरियों के मुकाबले Boer Goat में अपने बच्चो के प्रति मातृत्व भावना ज्यादा होती है.
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बोअर बकरी की ख़ुराक
आम बकरियों की तरह बोअर बकरी (Boer Goat) सभी तरह की पेड़ के पत्तियों को खाती हैं. उन्हें आमतौर पर पेड़ों की हरी पत्तियां, मकई, हरि घास खाना ज्यादा पसंद होता है. इस नस्ल के बकरियों का वजन काफी जल्दी और ज्यादा बढ़ता है.
इस वजह से इसके खुराक भी अन्य बकरियों से ज्यादा है. इसीलिए Goat Farmer मध्यम आकार की बकरियों को ही पालना पसंद करते हैं, क्योंकि उनका चारा भी कम लगता है.