फसल के बचे अवशेषों को लेकर कृषि विभाग ने जारी की एडवाइजरी, जानें क्या करें और क्या नहीं STIHL कंपनी ने हरियाणा में कृषि जागरण की 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' के साथ की साझेदारी कृषि लागत में कितनी बढ़ोतरी हुई है? सरल शब्दों में जानिए खेती के लिए 32 एचपी में सबसे पावरफुल ट्रैक्टर, जानिए फीचर्स और कीमत एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 14 February, 2024 12:00 AM IST
गाय और भैंस मादा पशु को ही देंगी जन्म

आज के समय में किसान अपनी आय को दोगुना करने के लिए खेती बाड़ी के साथ-साथ पशुपालन का कार्य भी करते हैं. इसी क्रम में सरकार के द्वारा भी किसानों व पशुपालकों की आर्थिक तौर पर सहायता की जाती है. बता दें कि किसानों के हित के लिए केंद्र और राज्य सरकारें भी कई सरकारी योजनाएं चलाती हैं, ताकि पशुपालन को और भी अधिक बढ़ावा दिया जा सके. दरअसल मध्य प्रदेश सरकार ने दूध के उत्पादन/ milk production को बढ़ावा देने के लिए पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान की एक नयी तकनीक/ New technology of artificial insemination in animals सेक्स स़ाटेर्ड सीमन चालू की है. जिससे गाय और भैंसों में सिर्फ बछिया का ही जन्म होगा.

ऐसे में आइए आज हम इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि मध्य प्रदेश सरकार की पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान की एक नयी तकनीक क्या है और इससे पशुपालकों को कैसे फायदा पहुंचेगा.

सेक्स सॉर्टेड सीमन/Sex Sorted Semen

सेक्स स़ाटेर्ड सीमन एक ऐसी तकनीक है जो पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान के लिए चालू की गई है. इस तकनीक से गाय और भैंस को बछिया या पडियों का जन्म किया जायेगा. इस तकनीक से मादा पशुओं की संख्या बढ़ेगी एवं संख्या बढ़ने से दुग्ध उत्पादन में भी बढोत्तरी होगी.

घर-घर जा कर रहे एआई

पशुओं की अच्छी नस्ल सुधार एवं दुग्ध उत्पादन में बढ़ोत्तरी के लिए वैज्ञानिक तकनीक सेक्स स़ाटेर्ड सीमन/ sex squirted semen लाई गई है. जिसका उपयोग पशुपालन विभाग के पशु चिकित्सा सहायक व पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी अपने क्षेत्र के पशु चिकित्सालय, औषधालय व कृत्रिम गर्भाधान केन्द्र एवं उस क्षेत्र के उन्नत किसानों के यहां घर-घर जाकर भी सेक्स साटेर्ड सीमन से तकनीक से एआई कर रहे हैं.

सेक्स स़ाटेर्ड सीमन तकनीक से लाभ/ Benefits of Sex-Sorted Semen Technique

  • इस तकनीक से किसानों को दुग्ध उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी.

  • इस तकनीक से मादा पशुओं की बढ़ोत्तरी होगी, जिससे दूध का उत्पादन भी बढेगा.

  • इस तकनीक से दुधारू पशुओं की संख्या बढ़ेगी.

  • इस तकनीक से किसानों की आय में इजाफा आयेगा.

ये भी पढ़ें: गाय और भैंस का दूध उत्पादन बढ़ाने के आसान तरीके

सेक्स स़ाटेर्ड सीमन तकनीक के लिए शुल्क/ Fees for Sex Sathered Semen Technique

सरकार द्वारा चालू की गई इस तकनीक से एआई कराने के लिए अलग-अलग वर्गों से अलग-अलग शुल्क लिया जा रहा है, जिसमें सामान्य व पिछड़ा वर्ग के पशुपालकों के लिए 450 रुपए लगेगा एवं अनु जाति व जनजाति वर्ग के पशुपालकों से 400 रुपए का शुल्क लिया जायेगा. इस तकनीक से जितने भी पशुओं में एआई/ AI in animals की जाएगी, उस पशु व उससे उत्पन्न पशु का बच्चा का युआईडी टैग चिन्हित कर जानकारी इनाफ सॉफ्टवेयर पर अपलोड कर दी जाएगी.

English Summary: Cow and buffalo will give birth to only female animal with AI technology Sex Sorted Semen AI in animals
Published on: 14 February 2024, 12:25 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now