GFBN Story: अपूर्वा त्रिपाठी - विलुप्तप्राय दुर्लभ वनौषधियों के जनजातीय पारंपरिक ज्ञान, महिला सशक्तिकरण और हर्बल नवाचार की जीवंत मिसाल Prasuti Sahayata Yojana: श्रमिक महिलाओं को राज्य सरकार देगी 21,000 रुपए तक की आर्थिक मदद, जानें आवेदन प्रक्रिया! Seeds Subsidy: बीज खरीदने पर राज्य सरकार देगी 50% सब्सिडी, जानिए कैसे मिलेगा लाभ किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ Diggi Subsidy Scheme: किसानों को डिग्गी निर्माण पर मिलेगा 3,40,000 रुपये का अनुदान, जानें कैसे करें आवेदन फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 21 May, 2025 12:00 AM IST
पशुओं में पानी की कमी के लक्षण पहचानें और तुरंत करें ये उपाय (सांकेतिक तस्वीर)

Animal Summer Tips: भीषण गर्मी न सिर्फ इंसानों को बल्कि पशुओं को भी बुरी तरह प्रभावित करती है. खासकर दुधारू पशुओं के लिए गर्मियों के मौसम किसी चुनौती से कम नहीं होता है. एनिमल हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर समय रहते पशु में पानी की कमी के लक्षण पहचान लिए जाएं, तो बीमारी और उत्पादन में गिरावट जैसे भारी नुकसान से बचा जा सकता है.

आइए आज के इस आर्टिकल में हम गर्मियों के मौसम में पशुओं में पानी की कमी के होने वाले लक्षण और उनके उपायों के बारे में जानते हैं...

गर्मियों में पशु में पानी की कमी के 7 संकेत

गर्मी के मौसम में अगर आपके पशु में ये लक्षण दिखें, तो सतर्क हो जाइए—

  • भूख में कमी – पशु का चारा खाने में मन न लगना.
  • शारीरिक सुस्ती और कमजोरी – चलने-फिरने में थकावट या बैठा रहना.
  • गाढ़ा पेशाब – यूरिन का रंग सामान्य से ज्यादा पीला या गाढ़ा होना.
  • वजन घटाना – शरीर का मास कम होना या पसलियां दिखने लगना.
  • आंखों का सूख जाना – आंखों में नमी कम दिखे या धंसी हुई लगें.
  • चमड़ी की खराब स्थिति – त्वचा रूखी-सूखी और खुरदरी हो जाना.
  • त्वचा की लचीलापन जांच – चमड़ी को उंगली से खींचने पर वह देर से वापस आए तो यह डिहाइड्रेशन का साफ संकेत है.

अगर नजरअंदाज किया, तो ये होंगे नुकसान

पशुओं में पानी की कमी केवल एक छोटी समस्या नहीं है. इसका असर सीधा उनके स्वास्थ्य और उत्पादकता पर पड़ता है—

  • चारा हज़म नहीं होता – पाचन क्रिया धीमी हो जाती है.
  • दूध उत्पादन में गिरावट – दुधारू पशुओं की क्षमता कम हो जाती है.
  • प्रजनन में रुकावट – हीट साइकल पर असर पड़ता है.
  • बछड़ों में बीमारी – छोटे पशुओं को पेचिश और दस्त लग सकते हैं.
  • बड़े पशुओं में डायरिया – डिहाइड्रेशन से शरीर गंदगी नहीं निकाल पाता.
  • पोषक तत्वों की कमी – जरूरी मिनरल्स मल-मूत्र के ज़रिए बाहर निकल जाते हैं.
  • खून गाढ़ा होना – जिससे शरीर की आंतरिक प्रक्रिया प्रभावित होती है.

कैसे रखें गर्मी में पशुओं का ख्याल?

  • हर समय साफ और ठंडा पानी उपलब्ध कराएं.
  • पशुशाला में छांव और हवा की व्यवस्था हो.
  • रोज़ाना उनके खाने-पीने और बर्ताव पर नजर रखें.
  • जरूरत पड़े तो पशु चिकित्सक से सलाह लें.
  • गर्मी में अगर पशुपालक सजग रहें तो न सिर्फ अपने पशु को स्वस्थ रख सकते हैं बल्कि दूध उत्पादन और आमदनी में भी गिरावट से बचा जा सकता है.

सुझाव: गर्मी के दिनों में रोज़ सुबह और शाम पशुओं को पानी पिलाना सुनिश्चित करें. यदि संभव हो तो उनके लिए नमक-चीनी घोल या इलेक्ट्रोलाइट्स भी दें, जिससे शरीर में पानी की कमी जल्दी पूरी हो सके.

English Summary: Animal Care Summer Tips fall sick due to lack of water in summer 7 symptoms visible
Published on: 21 May 2025, 05:47 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now