Kisan Credit Card: किसानों को अब KCC से मिलेगा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें कैसे उठाएं लाभ? Farmers News: किसानों की फसल आगलगी से नष्ट होने पर मिलेगी प्रति हेक्टेयर 17,000 रुपये की आर्थिक सहायता! Loan Scheme: युवाओं को बिना ब्याज मिल रहा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 17 December, 2024 12:00 AM IST
Pm Matsya Sampada Yojana के तहत महिलाओं को 60% वित्तीय सहायता (Image Source: Depositphotos)

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य मात्स्यिकी क्षेत्र का समग्र विकास करना है. इस योजना का मुख्य लक्ष्य मछली पालन से जुड़े लोगों, विशेषकर महिलाओं और वंचित समूहों (मार्जिनलाइज्ड) को सशक्त बनाना है. योजना के तहत महिलाओं को विशेष वित्तीय सहायता और अन्य संसाधन प्रदान किए जा रहे हैं ताकि उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार हो सके.

योजना के तहत महिलाओं को 60% वित्तीय सहायता

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत महिला लाभार्थियों को 60% तक की वित्तीय सहायता दी जाती है. यह सहायता विभिन्न गतिविधियों के लिए उपलब्ध है जैसे:

  • फिश फार्मिंग (मछली पालन)
  • हैचरी निर्माण (मछली के अंडों से मछली तैयार करना)
  • सी वीड फार्मिंग (समुद्री घास की खेती)
  • बाइवाल्व कल्टीवेशन (शेलफिश की खेती)
  • ओर्नामेंटल फिशरीज (सजावटी मछली पालन)
  • फिश प्रोसेसिंग और मार्केटिंग

इन गतिविधियों की मदद से महिलाएं मछली उत्पादन से लेकर बिक्री और प्रसंस्करण (प्रोसेसिंग) तक मात्स्यिकी मूल्य श्रृंखला में भाग ले सकती हैं.

महिला लाभार्थियों की संख्या और परियोजनाएं

साल 2020-21 से 2024-25 तक इस योजना के अंतर्गत कुल 3049.91 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई.  56,850 महिलाएं इस योजना का लाभ ले चुकी हैं. तमिलनाडु राज्य में विशेष रूप से 11,642 महिलाएं लाभार्थी बनी हैं. वही, तमिलनाडु में सी वीड फार्मिंग को मिशन मोड में बढ़ावा दिया जा रहा है. इस पहल से छोटे मछुआरों, खासकर महिला मछुआरा परिवारों को आय और कल्याण के लाभ मिल रहे हैं.

महिलाओं के लिए प्रशिक्षण और उद्यमिता विकास

  • PMMSY योजना के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम भी दिए जा रहे हैं.
  • राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड (NFDB) ने 5,000 से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया है.
  • NFDB महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कार्यशालाओं और स्टार्टअप कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है.
  • विभिन्न संस्थानों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के माध्यम से महिला लाभार्थियों को व्यवसाय और उद्यमिता में सशक्त बनाया जा रहा है.

वित्तीय सहायता की सीमा

PMMSY योजना के तहत उद्यमी मॉडल में महिलाओं को बड़ी परियोजनाओं के लिए सहायता दी जा रही है:

  • कुल परियोजना लागत का 60% तक अनुदान दिया जाता है.
  • परियोजना की अधिकतम लागत: 5 करोड़ रुपये
  • सब्सिडी की अधिकतम सीमा: 5 करोड़ रुपये

इस योजना से महिलाएं मछली पालन के क्षेत्र में उद्यमी (Entrepreneur) बनकर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं. बता दें कि योजनाओं की निगरानी राज्य के जिला अधिकारियों द्वारा की जाती है. राज्य सरकारें योजना की प्रगति रिपोर्ट जमा करती हैं ताकि धनराशि का सही उपयोग सुनिश्चित हो सके.

महिलाओं की भागीदारी का महत्व

महिलाएं मात्स्यिकी मूल्य श्रृंखला में अहम भूमिका निभा रही हैं. वे उत्पादन, प्रसंस्करण और बिक्री तक सभी स्तरों पर योगदान दे रही हैं. यह योजना महिलाओं को आजीविका के अवसर प्राप्त होते हैं. यह योजना आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बना रही है. साथ ही उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रही है.

योजना में ऐसे करें आवेदन ?

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ लेने के लिए आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा. इसके लिए आपको योजना से जुड़े सभी जरूरी कागजात अपलोड करना अनिवार्य है.

English Summary: Pm Matsya sampada yojana women empowerment 60 percent assistance
Published on: 17 December 2024, 06:25 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now