नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 9 June, 2020 12:00 AM IST

जून माह का दूसरा सप्ताह चल रहा है. किसान इसी माह में ही खरीफ फसल की बुवाई के लिए बीज के साथ उर्वरक खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर देते हैं. अगर खरीफ फसलों में लागत की तुलना अन्य फसली मौसम जैसे जायद और रबी से करें तो इस फसली मौसम में जुताई के साथ उर्वरक और बीज पर किसानों का अधिक अर्थ या धन खर्च होता है. यही कारण है इस फसल के किसान बैंक तथा साहूकारों से लोन अधिक लेते हैं. प्रायः यह देखा गया है कि बैंक किसानों को लोन किसान क्रेडिट कार्ड अथवा राज्य प्रायोजित योजनाओं के माध्यम से देता है. किसान क्रेडिट कार्ड पर बैंक किसान को लोन 9 प्रतिशत के ब्याज दर देती है जिस पर केंद्र सरकार इसमें 2 प्रतिशत की सब्सिडी देती है, अगर किसान इस लोन का भुगतान समय सीमा ( प्रायः एक साल ) के भीतर कर देता तो सरकार सब्सिडी को एक प्रतिशत बढ़ाकर 3 प्रतिशत कर देती है. किसानों को लोन का भार कम करने के लिए कुछ राज्य किसानों को बिना ब्याज का ऋण देते हैं. यह फसली ऋण फसल के आधार पर दिया जाता है जो किसान क्रेडिट कार्ड की तरह रहता है लेकिन ब्याज मुक्त रहता है.

बिना ब्याज के 25 लाख किसानों दिया जाएगा फसली लोन

राजस्थान सरकार राज्य वित्त-वर्ष 2020–21  में किसानों के लिए 10 हजार करोड़ रूपए के पैकेज कीघोषणा कर चुकी है जिसके माध्यम से किसानों को किसानों को फसली लोन दिया जाएगा. राजस्थान सरकार की  सहकारिता मंत्री  उदय लाल आंजना ने जानकारी दी कि राज्य के 16 लाख 36 हजार 396 ग्राम सेवा सहकारी समिति के सदस्य किसानों को 5,287 करोड़ रूपए  का खरीफ फसली लोन दे चुके हैं. इस बार यह ब्याज मुक्त अल्पकालीन फसली लोन वर्ष 2020–21 में 25 लाख किसानों को दिए जाने का लक्ष्य है.सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना के द्वरा दी जानकारी के मुताबिक 16 अप्रैल से प्रारंभ हुए खरीफ सीजन के फसली लोन में 31 अगस्त तक 10 हजार करोड़ रूपए से किसानों को लोन देने का लक्ष्य है. इसके अलावां रबी सीजन में 1 सितम्बर से 31 मार्च 2021 तक 6 हजार करोड़ रूपए का फसली लोन दिया जाएगा.

ब्याज मुक्त फसली ऋण योजना

किसानों को राजस्थान सरकार द्वारा दिया जाने वाला फसली लोन पूरी तरह से ब्याज मुक्त है. लेकिन इसमें एक शर्त है यदि किसान समय पर लोन नहीं चुकाने में असमर्थ होते हैं तो उनसे 14 प्रतिशत तक का ब्याज भी लिया जा सकता है किसानों को उनकी फसल के साख सीमा के अनुसार लोन दिया जाता है यही आप भी किसान है और राजस्थान राज्य के निवासी हैं तो इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.

राजस्थान सरकार की सभी योजनाओं का एक जगह लाभ लेने लिए इस लिंक से करें आवेदन : -https://sso.rajasthan.gov.in/signin

ये खबर भी पढ़ें: गन्ने की मिठास को कम करता है सफेद लट कीट, जानिए इसके नियंत्रण का तरीका

English Summary: More than 16 lakh farmers got interest-free crop loan, apply to take advantage of state government scheme
Published on: 09 June 2020, 10:58 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now