अगले 2 दिन इन राज्यों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना, पढ़ें आईएमडी की लेटेस्ट रिपोर्ट! खेती को बनाए आसान, वीएसटी 165 DI ES इलेक्ट्रिक स्टार्ट पावर टिलर इस्तेमाल कर कम लागत में करें ज्यादा काम! केले की पूरी फसल बर्बाद कर सकते हैं वायरल रोग, जानें इनके लक्षण और प्रबंधन! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 18 March, 2020 12:00 AM IST

अच्छी उपज होने के बाद भी किसान यही सोचते रहते हैं कि इस समय मंडी में इसे बेचना सही है या नहीं. उनका यह भय बहुत हद तक सही भी है. अक्सर देखा जाता है कि मंडियों में भाव अचानक गिर जाते हैं. आलू, प्याज और टमाटर जैसी सब्जियों के मामले में तो यह बात आम ही है. लेकिन अब सरकार ने कुछ ऐसा कदम उठाया है, जिससे किसानों को इस संबंध में लाभ होगा.

सरकार ने बनाया अलर्ट पोर्टल
दरअसल किसानों के लए सरकार ने एक ऐसे पोर्टल की शुरुआत की है, जो संभावित कीमतों को लेकर पहले ही अलर्ट जारी करता है. खास बात यह है कि इस पोर्टल की शुरुआत खुद खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने की है.

किन सब्जियों पर करेगा काम
वर्तमान में इस पोर्टल के सहारे अगले तीन महीनों के संभावित थोक दाम का अंदाजा लगाया जा सकता है. पोर्टल फिलहाल आलू, प्याज और टमाटर की संभावित कीमतों की जानकारी देता है. लेकिन आने वाले समय में इसमें अन्य सब्जियों की जानकारी भी डाली जा सकती है. यही नहीं, दाम गिरने की स्थिति में यह पोर्टल किसानों को सतर्क भी करेगा.

क्या है नाम
नाफेड ने इस पोर्टल को डिवेलप किया है, जिसका नाम ‘बाजार बुद्धिमत्ता एवं अग्रिम चेतावनी प्रणाली’ रखा गया है. इसका नाम एमआईईडब्ल्यूएस (miews)  है. यह पोर्टल निजी कंपनी ऐग्रिवॉच की निगरानी वाली 1,200 मंडियों के आंकड़े बताने में सक्षम है.

क्यों लाभदायक है पोर्टल
सब्जी मंडियों के भाव कई बार अचानक ही गिर जाते हैं. इसके कई कारण हैं, जैसे आर्थिक रूप से मार्केट का कमजोर पड़ना या अचानक ही मौसम का खराब होना आदि. मंडियों में भाव गिरने से किसानों को ही हर बार नुकसान होता है. ऐसे में इस पोर्टल के सहारे किसान पहले से ही भावों का अनुमान लगा सकते हैं.

(पोर्टल पर जाने के लिए लिंक पर क्लिक करें. अन्य खबरों के लिए https://hindi.theshiningindia.com/ पर जाएं.)

English Summary: MIEWS portal will predict market rate help in planning and timely intervention FPI Minister launches MIEWS Web portal for farmers
Published on: 18 March 2020, 02:50 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now