कैल्शियम और प्रोटीन के लिए दूध को एक स्त्रोत माना जाता है. जो छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों के लिए लाभदायक होता है. जिसके चलते बाजार में दूध की मांग हमेशा बनी रहती है. भारत में पशुपालन बड़े व्यापक रूप से किया जाता है. किसान खेती के साथ पशुपालन भी कर रहे हैं. इसी को देखते हुए देश में डेयरी फार्मिंग को भी काफी गति मिल रही है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश सरकार ने एक योजना का शुभारंभ किया है, जिसके तहत गाय और भैंस खरीदने पर 10 लाख रूपए तक का लोन दिया जाएगा.
डेयरी फार्मिंग के लिए 10 लाख का लोन
मध्य प्रदेश कृषि का एक व्यापक क्षेत्र है. यहां पर किसान बड़े पैमाने पर खेती कर रहे हैं, इसी को देखते हुए मध्य प्रदेश राज्य सहकारिता डेयरी फेडरेशन ने कुछ वक्त पहले भारतीय स्टेट बैंक के साथ मिलकर एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया. जिसका उद्देश्य है कि राज्य में खेती के साथ डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा मिलते रहे. इसके तहत यदि राज्य का कोई भी व्यक्ति दुधारू पशु की खरीद के लिए लोन आवेदन करता है तो उसे 10 लाख रुपए तक का लोन बिना गारंटी के दिया जाएगा.
किसे मिलेगा लाभ
अमूमन यह देखा गया है कि छोटे और सीमांत किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं होती है. वह केवल अपनी फसल पर निर्भर रहते हैं, यदि फसल खराब हो जाए तो उनका गुजर बसर बहुत कठिनाइयों से होता है. अब सरकार की इस योजना के बाद किसान बिना गारंटी के लोन के लिए आवेदन कर सकते है, जिससे वह अपने पशुओं की संख्या में इजाफा कर अपनी आय के नए दरवाजे खोल सकते हैं.
क्या है योजना
मध्य प्रदेश कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन द्वारा जो एमओयू साइन किया गया है, उसमें पशुपालकों और किसानों को न्यूनतम 2 दूधारू पशु, 4, 6 और 8 आदि की संख्या में मवेशी खरीदने पर छूट दी जाएगी. जिसके लिए वह अपने जिले की कुछ चिन्हित शाखाओं से लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं. खास बात यह कि किसानों को लोन चुकाने के लिए किसी भी प्रकार का दबाव नहीं दिया जाएगा और किसान चाहें तो 36 किस्तों में अपनी लोन की राशि का भुगतान कर सकते हैं.
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कैसे करें आवेदन
इस योजना का लाभ पाने के लिए विभाग द्वारा ब्याज के लिए कुछ शर्तें और नियम बनाए गए हैं, ब्याज दर 10 फीसदी से लेकर 24 फीसदी के बीच हो सकती है. यदि आप इस योजना का लाभ पाना चाहते हैं, तो नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र, पशु चिकित्सा केंद्र और पशुपालन विज्ञान विभाग में आवेदन कर सकते हैं.