प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठाने वाले किसानों को अब किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card ) भी बनाने होंगे. इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से दिशानिर्देश भी जारी कर दिया गया है। गौरतलब है कि नए आदेश में मुर्गी पालन, दूध कारोबारी और मत्स्य पालन हेतु भी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा मुहैया कराने की बात कही गई है.मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, यह बात सतपाल चौधरी डीडीएम नाबार्ड और अग्रणी जिला प्रबंधक केके जसवाल ने पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान कही.
किसान क्रेडिट कार्ड के लिए चलेगा अभियान
उन्होंने कहा कि किसान कार्ड बनाने के लिए सभी बैंक 8 से लेकर 24 फरवरी तक विशेष अभियान चलाने जा रहे हैं. सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार उत्तर प्रदेश में मौजूदा वक्त ल में 9,9600 किसान परिवार रजिस्टर्ड हैं. इसमें से मौजूदा वक्त में सिर्फ 3,68863 किसान ही किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card ) का इस्तेमाल कर रहे हैं.
सभी किसानों को मिलेगा Kisan Credit Card
उन्होंने कहा कि सरकार ने यह लक्ष्य निर्धारित किया है है कि सूबे के सभी किसान किसान क्रेडिट कार्ड ( Kisan Credit Card) का प्रयोग करें. उन्होंने बताया की सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के नियमों में भी कुछ बदलाव किया है. 1.60 लाख तक का किसान क्रेडिट कार्ड बनाने पर किसानों को अपनी जमीन बैंक के पास मोडगेज नहीं करवानी पड़ेगी. 3 लाख रुपये तक के कार्ड पर मात्र 4 फीसदी ब्याज साल का देना होगा.
किसान क्रेडिट कार्ड योजना में हुआ बदलाव
उन्होंने कहा कि सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड योजना में बदलाव किया है. अब दूध उत्पादन के लिए गोवंश के पालन, मछली उत्पादन और सुअर पालन पर भी किसानों के 2 लाख रुपये तक के किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जाएंगे.