लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (LIC) आम लोगों की जरूरतों के हिसाब से इंश्योरेंस प्लान लॉन्च करती रहती है. अब इसी क्रम में एलआईसी (LIC) एक ऐसा प्लान लेकर आई है, जिसके तहत आप निवेश करके बहुत बढ़िया मुनाफ़ा कमा सकते हैं.
बता दें कि एलआईसी (LIC) में निवेश करने पर लाइफ कवर मिलता ही है, साथ में मेच्योरिटी पर अच्छा रिटर्न भी मिल जाता है. इसकी सबसे खास बात यह है कि इसमें लगाया गया पैसा डूबता नहीं है, क्योंकि सरकार जमा राशि पर सरकार सॉवरेन गारंटी (Sovereign Guarantee) देती है. एलआईसी का एक ऐसा ही निवेश प्लस प्लान (LIC Nivesh Plus Plan) है. आइए आपको इसके बारे में सबकुछ बताते हैं.
क्या है निवेश प्लस प्लान? (What is Nivesh Plus Plan)
यह एक सिंगल प्रीमियम, नॉन पार्टिसिपेटिंग, यूनिट-लिंक्ड और व्यक्तिगत जीवन बीमा है. इसके तहत पॉलिसी की अवधि के दौरान बीमा और निवेश का भी विकल्प देता है. इस पॉलिसी का लाभ उठाने वाले को बेसिक सम एश्योर्ड चुनने की भी सुविधा मिलती है. इस प्लान में 4 तरह के फंड हैं, जो कि बॉन्ड फंड, सिक्योर्ड फंड, बैलेंस्ड फंड और ग्रोथ फंड है. इनमें से आप अपनी इच्छा अनुसार निवेश कर सकते हैं. इसके अलावा प्लान को ऑफलाइन और ऑनलाइन खरीद सकते हैं.
आयु-सीमा (Age-Range)
एलआईसी निवेश प्लस प्लान (LIC Nivesh Plus) लेने के लिए कम से कम 90 दिन से 65 साल तक होनी चाहिए.
लॉक-इन पीरियड (Lock-in Period)
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पॉलिसी का टेन्योर 10 से 35 साल है.
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लॉक-इन पीरियड 5 साल है.
कितना करना होगा निवेश (How much to Invest)
इस प्लान के तहत प्रीमियम पर मिनिमम लिमिट 1 लाख रुपए की है. इसका मतलब यह है कि आपको कम से कम 1 लाख रुपए निवेश करना होगा. इसमें निवेश की कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है. इसके सथा ही अधिकतम मैच्योरिटी आयु 85 साल तक की है. अगर पॉलिसी धारक पॉलिसी टर्म तक जिंदा रहता है, तो उसे मैच्योरिटी बेनिफिट मिलता है. यह यूनिट फंड मूल्य के बराबर होता है, जो कि पॉलिसी अवधि खत्म होने के बाद ही मिलता है.
फ्री-लुक पीरियड की सुविधा (Free-Look Period Facility)
कंपनी ग्राहक को फ्री-लुक पीरियड देती है. अगर कंपनी से पॉलिसी सीधे खरीदी जाती है, तो 15 दिन का फ्री-लुक पीरियड मिलता है. अगर ऑनलाइन खरीदी जाती है, तो 30 दिन का फ्री-लुक पीरियड मिलता है. इस दौरान ग्राहक पॉलिसी को वापस भी कर सकता है.
ऐसे काम करती है पॉलिसी
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अगर पॉलिसी अवधि के दौरान बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी डेथ बेनिफिट प्राप्त करने का हकदार होता है.
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अगर मृत्यु जोखिम शुरू होने की तारीख से पहले हो जाती है, तो नॉमिनी को यूनिट फंड वैल्यू के बराबर राशि दी जाएगी.
जानकारी के लिए बता दें कि कंपनी ग्राहकों को 6वीं पॉलिसी साल के बाद आंशिक निकासी करने की अनुमति देती है. इसके अलावा नाबालिग के मामले में 18 साल की आयु के बाद आंशिक निकासी की अनुमति मिलती है. खास बात यह है कि इस पॉलिसी में बीमा खरीदने वाले व्यक्ति को एक बार निवेश करना होता है. इस पॉलिसी का ड्यूरेशन 10 से 25 साल के बीच चुन सकते हैं.