
Subsidy on Solar Light Trap: हरियाणा कृषि विभाग ने किसानों के लिए एक नई और प्रभावी तकनीक पेश की है, जिससे वे अपनी फसलों को कीटों से बचा सकते हैं. इस तकनीक का नाम है सोलर लाइट ट्रैप, जो कीट नियंत्रण के पारंपरिक तरीकों की तुलना में अधिक लाभकारी साबित हो सकती है. इसकी खासियत यह है कि यह रासायनिक कीटनाशकों के उपयोग को कम कर देती है, जिससे पर्यावरण पर कम असर पड़ता है और स्वास्थ्य पर भी कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता.
रासायनिक कीटनाशकों के प्रयोग की समस्या
फसलों की सुरक्षा के लिए किसान आमतौर पर रासायनिक कीटनाशकों का इस्तेमाल करते हैं. हालांकि, इसका अधिक इस्तेमाल कीटों में सहनशीलता बढ़ा देता है, जिसके परिणामस्वरूप किसान को अधिक डोज देने की आवश्यकता होती है. इससे न सिर्फ खर्च बढ़ता है, बल्कि मिट्टी की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है. ऐसे में सोलर लाइट ट्रैप एक महत्वपूर्ण समाधान के रूप में उभर कर सामने आया है.
सोलर लाइट ट्रैप की तकनीकी विशेषताएं
सोलर लाइट ट्रैप एक सरल और प्रभावी उपकरण है, जिसे खेतों में कीटों के नियंत्रण के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसमें एक सोलर प्लेट लगी होती है, जो धूप में चार्ज होती है. शाम होते ही, यह प्लेट बल्ब को जलने के लिए सक्रिय करती है. बल्ब जलते ही आसपास के कीट इसके प्रकाश से आकर्षित होकर बल्ब से टकराते हैं. इसके नीचे स्थित कीट संग्रहण कक्ष में ये कीट गिरकर इकट्ठा हो जाते हैं. इस कक्ष में सुरक्षा कवर भी लगा होता है, जो कीटों को बाहर जाने से रोकता है. इसके अलावा, दो लाइट्स और होती हैं जो लाभकारी कीटों को बाहर निकलने में मदद करती हैं. इस तरह से शत्रु कीट कुछ समय में मर जाते हैं, जबकि लाभकारी कीट सुरक्षित रहते हैं.
कैसे करें सोलर लाइट ट्रैप का उपयोग?
किसान अपनी फसल की सुरक्षा के लिए सोलर लाइट ट्रैप का उपयोग कर सकते हैं. कृषि विभाग के मुताबिक, इस ट्रैप को फसल की ऊंचाई से लगभग 2 फीट ऊपर लगाया जाना चाहिए. यह शाम 7 से 10 बजे तक चालू किया जाता है, जब कीट सक्रिय होते हैं. इस समय के दौरान, आसपास के कीट इस प्रकाश से आकर्षित होते हैं और ट्रैप में फंस जाते हैं. इस प्रकार, किसानों को कीटों से होने वाले नुकसान से बचने में मदद मिलती है. सोलर लाइट ट्रैप का उपयोग फसलों, सब्जियों, और फूलों की फसलों में किया जा सकता है. यह तकनीक न केवल कीटों की संख्या को नियंत्रित करती है, बल्कि फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में भी सुधार लाती है.
किसानों को मिलेगा 75% सब्सिडी
हरियाणा कृषि विभाग ने किसानों के लिए इस सोलर लाइट ट्रैप के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करते हुए, 75% की सब्सिडी प्रदान की है. इसका मतलब है कि किसान अपनी जेब से केवल 25% रकम खर्च कर इस लाइट को अपने खेतों में स्थापित कर सकते हैं. इससे किसानों का खर्च भी कम होगा और उन्हें कीटों से होने वाली हानि से भी राहत मिलेगी.
आवेदन कैसे करें?
हरियाणा के किसानों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है, क्योंकि वे मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जाकर इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके अलावा, किसान किसी भी नजदीकी CSC केंद्र से भी आवेदन कर सकते हैं. एक किसान एक एकड़ में एक सोलर लाइट ट्रैप लगा सकता है, और अधिकतम 10 एकड़ में इस तकनीक का उपयोग किया जा सकता है.
फायदे और भविष्य
सोलर लाइट ट्रैप की मदद से किसानों को न सिर्फ कीट नियंत्रण में मदद मिलेगी, बल्कि यह पर्यावरण की सुरक्षा और स्वास्थ्य को भी सुनिश्चित करेगा. इससे रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग कम होगा, जिससे मिट्टी की गुणवत्ता बनी रहेगी और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण होगा. इस नई तकनीक से किसानों के लिए उत्पादन लागत में भी कमी आएगी और इससे उनकी आमदनी में भी वृद्धि हो सकती है. सरकार की यह पहल किसानों के लिए एक बेहतरीन कदम साबित हो सकती है, जो कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने में मदद करेगा.