सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 28 February, 2019 12:00 AM IST

केंद्र व राज्य सरकार समय-समय पर किसानों के जीवन में खुशहाली  लाने के लिए अलग-अलग योजनाओं के अंतर्गत योजनाएं लाती रहती हैं. इसी कड़ी में राजस्थान सरकार की ओर से किसानों का खेती की ओर झुकाव बढ़ाने और आय में वृद्धि के लिए सब्सिडी पर सोलर पंप दिया जा रहा है. हालांकि इसके लिए किसान अपनी रूचि नहीं दिखा रहे है. दरअसल राजस्थान सरकार ने किसानों को कृषि के लिए अपने स्तर पर ही आत्मनिर्भर बनाने के लिए 'नेहरू सोलर पंप' परियोजना शुरू की है. इसके तहत किसानों को  60 फीसदी तक अनुदान देने की भी घोषणा हुई. इसके बावजूद राजस्थान के दुर्गापुर जिले के काश्तकारों में इस योजना को लेकर कोई विशेष रूची नहीं है.

गौरतलब है कि दुर्गापुर जिले के अभीतक सिर्फ 32 किसान सोलर पंप के लिए  आवेदन किए हैं. जबकि, यहां एक लाख से ज्यादा किसान है और बिजली की समस्या से काफी परेशान है. किसानों के साथ अधिकारियों का भी यही मानना है कि यहां किे किसानों की स्थिति इतनी भी अच्छी नहीं है कि वो सोलर पंप की इस योजना के तहत अपने हिस्से में आने वाली 40 फीसदी राशि भी खर्च कर सके. ऐसे में कृषि को बढ़ावा देने वाली 'नेहरू सोलर पंप' परियोजना भी किसानों को कोई खास राहत नहीं दे रही हैं.

क्या है योजना

1 हेक्टेयर से ज्यादा की जमीन होने पर 5 हॉर्स पावर का सोलर मिलता है. इसकी कीमत सरकार ने योजना के तहत 3 लाख 55 हजार 726 रुपये  है। ऐसे में अनुदान के लिए 5 हॉर्स पावर की मोटर वाले किसानों को भी अपने मद की 40 फीसदी राशि के रूप में करीब डेढ़ लाख रुपये अदा करने होते है. इतनी बड़ी रकम हर किसी के वश की बात नहीं हैं. 32 सोलर पंप के लिए जिले में एससी (SC )  वर्ग के 6, एसटी (ST ) वर्ग के 8, ओबीसी (OBC ) व सामान्य (Gen ) वर्ग के लिए 18 सोलर पंप स्वीकृत हुए हैं.

बता दे कि राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही इस योजना से किसानों को बिजली के लिए आत्मनिर्भर बनाना था. इस परियोजना के तहत सब्सिडी की राशि को किसानों को एक साथ पूरी जमा करानी पड़ती हैं. सब्सिडी राशि के लिए बैंक से कर्ज भी नही मिलता है. इस वजह से किसान इस परियोजना में अपनी रूचि दिखा नहीं रहे है.

English Summary: goverment give 60 percent subsidy on solar irrigation pump, but farmers are not showing interest
Published on: 28 February 2019, 05:57 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now