किसानों की फसलें बर्बाद होने पर उन्हें नुकसान ना झेलना पड़े, इसलिए सरकार ऐसी कई योजना लाती रहती है, जिसमें से एक फसल सहायता योजना (Fasal Sahayata Yojana) है. इसी तर्ज पर बिहार (Bihar) सरकार ने भी अपने राज्य के किसानों के नुकसान की भरपाई करने के लिए इस योजना को शुरू किया है. इसमें किसानों को सहायता राशि दी जाएगी. बता दें कि फसल सहायता योजना 2022 (Crop Assistance Scheme 2022) का पंजीकरण शुरू हो चुका है. यदि आप भी इसका फायदा उठाना चाहते हैं, तो इस लेख में पूरी जानकारी पढ़कर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
क्या है बिहार राज्य फसल सहायता योजना (What is Bihar State Fasal Sahayata Scheme)
बिहार राज्य फसल सहायता योजना बिहार सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य फसल खराब होने की स्थिति में किसानों को प्रोत्साहन देना है. यह पहला उदाहरण है कि किसी राज्य सरकार ने इस तरह की योजना लागू की है. यह योजना केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) की जगह ले रही है.
फसल सहायता योजना के उद्देश्य (Objectives of Fasal Sahayata Scheme)
फसल सहायता योजना (Fasal Sahayata Yojana) प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल के नुकसान की स्थिति में किसानों को वित्तीय प्रोत्साहन के साथ समर्थन देने का प्रयास करती है. यह उपाय किसानों को राहत प्रदान कर सकता है और वो भी एक ऐसे युग में जहां किसान अशांति और आत्महत्याएं बड़े पैमाने पर हैं.
फसल सहायता योजना की विशेषताएं (Features of Fasal Sahayata Scheme)
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यह योजना पूरी तरह से बिहार राज्य में कृषक समुदाय के लाभ के लिए है.
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किसानों को किसी भी प्रीमियम का भुगतान करने से राहत मिलती है, क्योंकि यह योजना सहायता के लिए है ना कि बीमा के लिए.
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यदि किसानों की उत्पादन दर निर्धारित सीमा के 20% से कम है, तो उन्हें अधिकतम दो हेक्टेयर के लिए प्रति हेक्टेयर 7,500 रुपये की राशि प्राप्त होगी.
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यदि किसी किसान का उत्पादन में नुकसान 20% से अधिक है, तो उसे रुपये की राशि के साथ प्रोत्साहन दिया जाएगा.
फसल सहायता योजना (Fasal Sahayata Yojana) उन किसानों को प्रतिबंधित नहीं करती है, जिन्होंने राष्ट्रीयकृत बैंकों, सहकारी बैंकों और अन्य संस्थानों से ऋण लिया है. यह अन्य एजेंसियों के उधारकर्ताओं को भी कवर करता है.
फसल सहायता योजना की आवेदन प्रक्रिया (Fasal Sahayata Scheme Application Process)
यह योजना नियत समय में लागू की जाएगी. हालांकि, सरकार एक जनादेश प्रदान करती है कि योजना का विस्तार केवल पूर्व पंजीकरण पर ही पात्र किसानों तक होगा. किसानों के साथ-साथ उन फसलों के लिए पंजीकरण पूरा किया जाना चाहिए, जिनके लिए लाभ का दावा किया जा सकता है.
फसल सहायता योजना में ऑनलाइन आवेदन करने के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज (Important documents to apply online for Fasal Sahayata Yojana)
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आधार कार्ड
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पहचान पत्र
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बैंक पासबुक
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बैंक भी अनिवार्य
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कृषि भूमि के कागजात
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मोबाइल नंबर
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पासपोर्ट साइज फोटो
ऑनलाइन फसल सहायता योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया 2022 (Process to apply online Fasal Sahayata Yojana)
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स्टेप 1- बिहार राज्य फसल सहायता योजना की आधिकारिक वेबसाइट यानी epacs.bih.nic.in पर जाएं.
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स्टेप 2- होमपेज पर “पंजीकरण” लिंक पर क्लिक करें.
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स्टेप 3- अगर आपके पास आधार है तो Yes के विकल्प पर क्लिक करें.
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स्टेप 4- आधार कार्ड के हां के विकल्प पर क्लिक करने के बाद अगला पेज खुलेगा, उस पेज पर आपसे आधार नंबर मांगा जाएगा.
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स्टेप 5- इसके बाद अपना आधार नंबर भरें, अपना नाम भरें और अन्य डिटेल्स भरकर इसे सबमिट करें.
बिहार राज्य फसल सहायता योजना आवश्यक निर्देश
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फोटो (50 केबी से कम होना चाहिए).
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पहचान पत्र (भारत के चुनाव आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त) 400 केबी से कम होना चाहिए और पीडीएफ के रूप में होना चाहिए.
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बैंक पासबुक का पहला पेज 400KB से कम होनी चाहिए और पीडीएफ फॉर्म में होनी चाहिए
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आवासीय प्रमाण पत्र 400 केबी से कम और पीडीएफ में होना चाहिए.