उन्नत तरीके से खेती करके उत्पादकता में वृद्धि करने के लिए किसानों के पास उन्नत किस्म की बीज, रासायनिक खाद, कीटनाशक दवा तथा सिंचाई के लिए पानी की समुचित व्यवस्था के साथ उचित समय पर कृषि कार्य करने के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों का होना बहुत जरुरी है. समय से फसलों की सिंचाई करने पर न केवल कृषि विकास दर को गति मिलता है. बल्कि किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूती भी मिलता है. आज के समय में सही तरीके सिंचाई आधुनिक कृषि यंत्रों से करना ही संभव है. जोकि डीजल से चलते है. डीजल से सिंचाई करने के लिए किसानों के पास समय से पैसा होना भी जरूरी होता है. हालांकि कुछ किसानों पैसे के अभाव में अपनी फसलों की सिंचाई नहीं कर पाते है नतीजतन फसलें बर्बाद हो जाती है. इन्हीं विंदुओं को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार किसानों के लिए एक बड़ी योजना लेकर आयी है.
दरअसल प्रखंड क्षेत्र के जिन किसानों ने डीजल पंप सेट के सहारे अपने खेतों की सिचाई की है वे डीजल अनुदान पाने के लिए कृषि विभाग को 30 अक्टूबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. हालांकि आवेदन सिर्फ उन्हीं किसानों का स्वीकार किया जाएगा जो अपना पंजीकरण करा चुके हैं. पंजीकरण नहीं कराने वाले किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा. जो किसान पंजीकरण कराने से वंचित रह गए हैं वे अपना पंजीकरण कराकर खरीदे गए डीजल की कंप्यूटराइज पर्ची पर पंजीकरण नंबर के साथ अपना आवेदन जमा कर सकते हैं. खरीफ फसल के लिए अधिकतम तीन सिंचाई के लिए किसानों को डीजल अनुदान दिया जाएगा. उसके उपरांत कृषि समन्यवक द्वारा जांच कर ही लाभ दिया जाएगा.
प्रखंड कृषि पदाधिकारी सूर्य कांत प्रसाद के मुताबिक, अभी तक 725 डीजल अनुदान के लिए आवेदन विभाग को प्राप्त हो चुके हैं. जिसमें 575 आवेदन अस्वीकृत किया गया है. वहीं 145 आवेदन लंबित पड़े हुए है. उन्होंने बताया कि अस्वीकृत किए गए आवेदनों में कई तरह की कमी पायी गयी है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए पूरे प्रखंड से 5276 किसानों ने अब तक आवेदन किया है.
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