मध्य प्रदेश में कमल नाथ की कांग्रेस सरकार किसानों की कर्ज़ माफ़ी को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहती है. हो भी क्यों ना, इसी मुद्दे से वो सरकार में आई थी लेकिन आज लंबे समय बाद भी किसानों की कर्ज़ माफ़ी अधूरी है. इस मुद्दे पर सरकार की नाकामयाबी दूसरी पार्टियों के लिए निसंदेह स्वर्णिम अवसर है. हालांकि किसानों की कर्ज़ माफ़ी मात्र एक जुमला नहीं है, इसके लिए सरकार के प्रयास दिखाई देते हैं.
इस तरह होगी कर्ज़ माफ़ी
सभी पात्र लाभार्थी किसानों की कर्ज़ माफ़ी के लिए सरकार चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ रही है. योजना को तीन चरणों में बांट दिया गया है. पहले चरण की कर्ज़ माफ़ी पूरी की जा चुकी है और अब दूसरे तथा तीसरे चरण की कर्ज़ माफ़ी का इंतज़ार है.
दूसरे चरण पर काम शुरू
कर्ज़ माफ़ी के लिए दूसरे चरण पर काम शुरू किया जा चुका है. इसके लिए सभी तरह की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. अब बारी उन किसानों की है जो एक लाख रुपये तक का ऋण ले चुके हैं. वहीं तीसरे चरण में 2 लाख रुपये तक कर्ज़ लेने वाले किसानों के ऋण माफ़ किए जाएंगें.
ऐसे कर सकते हैं आवेदन
वंचित किसानों के लिए अच्छी खबर यह है कि वो एक बार फिर से ऋण माफ़ी के आवेदन कर सकते हैं. राज्य सरकार ने एक बार फिर ‘जय किसान फसल ऋण माफी योजना’ से वंचित रह गए किसानों को आवेदन करने का मौका दिया है. किसान 31 जनवरी तक आवेदन कर सकते हैं.
कौन कर सकता है आवेदन
कर्ज़ माफ़ी का लाभ ऐसे किसान ले सकते हैं जो 2 लाख तक के चालू अथवा कालातीत ऋणी खाताधारक हैं. इसके लिए ज़रूरी यह भी है कि किसानों ने 31 मार्च 2018 तक सहकारी, क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीयकृत बैंक से लोन हो.