GFBN Story: अपूर्वा त्रिपाठी - विलुप्तप्राय दुर्लभ वनौषधियों के जनजातीय पारंपरिक ज्ञान, महिला सशक्तिकरण और हर्बल नवाचार की जीवंत मिसाल Weather Update: अगले 7 दिनों तक पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में आंधी और बारिश का अलर्ट, जानें अपने शहर का हाल Seeds Subsidy: बीज खरीदने पर राज्य सरकार देगी 50% सब्सिडी, जानिए कैसे मिलेगा लाभ किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ Diggi Subsidy Scheme: किसानों को डिग्गी निर्माण पर मिलेगा 3,40,000 रुपये का अनुदान, जानें कैसे करें आवेदन फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 8 July, 2020 12:00 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को आत्मनिर्भर बनने का जो आह्वान किया है उस लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में बायो गैस प्लांट एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है. हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चोटाला ने हिसार स्थित नया गांव में सामुदायिक बायोगैस प्लांट ( Biogas Plant ) की दूसरी यूनिट की शुरुआत की है. चौटाला ने प्रदेश के 138 खंडों के कम से कम एक गांव में इसी तर्ज पर बायोगैस प्लांट लगाए जाने के आदेश दिए हैं. इस पर सरकार का कहना है उनका मुख्य उद्देश्य तेल और गैस का आयात कम करने के लिए बायोगैस सेक्टर में आत्मनिर्भर बनाने पर काम करना बहुत जरूरी है. इस सामुदायिक बायोगैस प्लांट से गोबर गैस को पाइप लाइन द्वारा हर घर तक पहुंचाया जा रहा है.इसकी सफलता को देखते हुए सरकार ने अब राज्य के 138 खंडों के हर एक गांव में बायोगैस प्लांट लगाने का फैसला लिया है.

अब केंद्र सरकार बॉयोगैस (Biogas) बनाने की तकनीक के नए प्रोजेक्ट (New Project) को जारी  करने पर काम कर रही है. केंद्रीय पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के मुताबिक, केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश में बायोगैस बनाने के 5 हजार प्रोजेक्ट स्थापित करना चाहती है. इससे कई लोगों के लिए रोजगार के भी साधन खुलेंगे और प्रदेश की महिलाएं भी अपनी छोटी कंपनी बनाकर घरों व खेतों के कचरे और पराली से बायोगैस उत्पादन (Biogas Production) कर सकती हैं.

कितनी होगी कीमत 

दुष्यंत चौटाला के मुताबिक, इस गोबर गैस प्लांट से गांव के लोगों को सभी तरह के खर्च को शामिल करके 1 सिलेंडर जितनी गैस 300 रुपए से भी कम कीमत पर प्राप्त होगी.

ये होंगे इसके फायदे:-

  • इसे एलपीजी (LPG) की तरह  किचन में प्रयोग करना बहुत ही आसान व सुरक्षित है.

  • ये दुर्गंध रहित गैस की आपूर्ति करता है.

  • यह एलपीजी से 25 फीसद ज्यादा तेज है

  • डीजल या फिर इंडस्ट्रियल भट्टी में भी इसका आसानी से प्रयोग किया जा सकेगा.

  • गोबर की वजह से होने वाली गंदगी और बीमारियों से भी छुटकारा मिलेगा.

  • गांव के युवाओं के लिए रोजगार के साधन खुलेंगे.

  • अब गोबर की दुर्गंध और फेंकने की झंझट से भी  मुक्ति मिलेगी.

English Summary: Bio-gas Plant Scheme: Now the stove will burn in every village with cow dung gas, the state government has started the plan
Published on: 08 July 2020, 01:15 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now