मशरूम की खेती किसानों के लिए एक लाभदायक विकल्प बनती जा रही है, खासकर कम आय में ज्यादा मुनाफा देने की वजह से. बिहार सरकार किसानों को इस क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के लिए 10 लाख रुपये तक की सब्सिडी दे रही है. इससे किसानों को मशरूम उत्पादन की खेती में निवेश करने के लिए अच्छा मौका मिल रहा है. मशरूम की खेती न केवल आर्थिक रूप से फायदेमंद है, बल्कि यह किसानों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा कर रही है.
किसानों को कितनी मिलेगी सब्सिडी
बिहार सरकार ने मशरूम की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना की घोषणा की है, जिसके तहत किसान मशरूम की यूनिट लगाने पर 10 लाख रुपए तक की धनराशि प्राप्त कर सकते हैं. यह योजना किसानों की आय बढ़ाने और कृषि में विविधता लाने के लिए एक बड़ा अवसर है.
मशरूम की खेती करने के तरीके
मशरूम की खेती करने के लिए गेहूं या चावल के भूसे को पानी में भिगोए. फिर उसमें कुछ केमिकल्स मिलाकर रखें, इस मिश्रण को बनने में एक महीने का समय लगता है. जब कंपोस्ट तैयार हो जाए, तो उसे किसी सख्त सतह पर 6-8 इंच की मोटी परत में बिछा दें और बीज को लगा दें. ध्यान रहे कि मशरूम की खेती खुले में नही होती इसके लिए आपको शेड वाली जगह की जरूरत होती है.
ये भी पढ़ें: 6 बाय 6 की जगह में करें मशरूम की खेती, 10 गुना ज्यादा होगी कमाई
आवेदन की प्रक्रिया
यदि किसान पहली बार आवेदन कर रहे हैं, आवेदन करते समय आपके पास आवश्यक दस्तावेज़ होने चाहिए. जैसे आधार कार्ड, बैंक पासबुक और भूमि का विवरण. आवेदन करने के लिए सबसे पहले राज्य सरकार की वेबसाइट पर जाएं और रजिस्ट्रेशन कराएं. रजिस्ट्रेशन के समय एक यूजर आईडी और पासवर्ड प्राप्त होगा. उसके बाद यह सुनिश्चित करें कि सभी जानकारी सही है या नहीं.