फसल के बचे अवशेषों को लेकर कृषि विभाग ने जारी की एडवाइजरी, जानें क्या करें और क्या नहीं STIHL कंपनी ने हरियाणा में कृषि जागरण की 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' के साथ की साझेदारी कृषि लागत में कितनी बढ़ोतरी हुई है? सरल शब्दों में जानिए खेती के लिए 32 एचपी में सबसे पावरफुल ट्रैक्टर, जानिए फीचर्स और कीमत एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 14 April, 2023 3:02 PM IST
अंतरवर्तीय खेती से किसानों को होगा दोगुना फायदा
भारत में किसान कई दशकों से पारंपरिक खेती करते चले आ रहे हैं. भारत में आजादी के बाद वैसे तो कई तरह बदलाव खेती को लेकर होते रहे हैं. जिन बदलावों ने अब और भी गति पकड़ ली है. आज बढ़ती जनसंख्या और महंगाई को देखते हुए सबसे कम मुनाफे में किसान ही रहता है. लेकिन अब हम आपको बतायेंगें कि कैसे किसान भी खेती करके मोटा मुनाफा कमा सकते हैं.
 

क्या है अंतरवर्तीय खेती

इस खेती का मतलब यह होता है कि आप एक ही खेत में दो फसलों को एक साथ और एक ही समय पर उत्पादित कर सकते हो. आज के आधुनिक समय में यह काम और भी आसान हो गया है. क्योंकि अब हमारे पास इन सभी के लिए अत्याधुनिक तकनीकी से युक्त कई तरह की मशीनें उपलब्ध हैं. जिनकी सहायता से हम खेतों को समतल करने का काम, खेतों में खाद डालने का काम, या फिर खेतों में मेड़ बनाने का काम हो, हम सभी को बहुत ही आसानी से पूरा कर लेते हैं. इसलिए अब अंतरवर्तीय खेती को करना और भी आसान हो गया है. भारत जैसे देश में इसकी आवश्यकता कि बात करें तो यह किसानों को सरलता से लाभ पहुंचाने वाली खेती है.

खेती से पूर्व महत्त्वपूर्ण जानकारी

इस खेती को करने से पहले सभी किसानों को सबसे पहले फसल चक्र की अच्छी जानकारी होना आवश्यक है. अगर किसान को फसल चक्र की जानकारी नहीं है तो यह बहुत ही ज्यादा नुकसान भी करा सकती है. आपकी सही जानकारी आपको दोगुना फायदा और एक नई और आधुनिक पद्धति के माध्यम में आपको जोड़ सकती है. इस समय कई किसान दलहनी फसलों की खेती कर रहे हैं. आप इन फसलों के साथ कई तरह की अन्य फसलों को करके मोटा मुनाफा कमा सकते हैं.
 

कितना खर्चा आता है अंतरवर्तीय खेती करने में

इस खेती को करने में किसान को बहुत फायदा ही नहीं होता बल्कि इसकी लागत बिल्कुल न के बराबर होती है. इतनी कम खर्चीली होने के भी इसके अपने कारण हैं. यह इतनी सस्ती और किफायती इसलिए होती है क्योंकि यह आपकी मौसमी फसलों के साथ उत्पादित की जाती है. इसमें पड़ने वाली खाद और पानी उसी के साथ में डाल दिए जाते हैं जो आप आपनी मौसमी फसलों में डाल रहे होते हैं. इसलिए इन फसलों को करने में कोई भी खर्चा नहीं आता है. बस आपको केवल बीज अलग से लेकर आना है.
कौन सी फसलों के साथ कौन सी अन्य फसल करें
आपको खेती करने से पहले फसल चक्र की जानकारी होना इसलिए भी जरुरी है कि आपको यह पता होना चाहिए की आप जो अन्य फसल करने जा रहे हैं वह उस मौसम के अनुकूल है भी या नहीं. यदि वह उसके अनुकूल नहीं है तो फसल के साथ में डाला गया बीज और खाद, पानी सब कुछ बेकार हो जाता है. इस तरह की फसल या तो होती नहीं है और यदि हो भी गयी तो मात्रा और क्वालिटी दोनों पर ही फर्क आ जाता है. हम अंतरवर्तीय खेती के लिए निम्न फसलों को एक साथ उत्पादित कर सकते हैं-
अरहर और सोयाबीन
अरहर और तिल
अरहर और मूंगफली
सोयाबीन और मक्का
मूंगफली और बाजरा
यह भी पढ़ें- एक्वापोनिक प्लांट्स से होती है दुगनी पैदावार, जानिए इसके खेती के तरीके

ऐसी ही बहुत सी फसलों को हम हर मौसम में लगा सकते हैं इसके लिए मेड़ की लाइन में एक फसल के बीज और एक अन्य लाइन में दूसरी फसल के बीज डाले जाते हैं. खाद, पानी दोनों के लिए ही समान रहता है. 

English Summary: You can do two crops simultaneously with intercropping get big profit
Published on: 14 April 2023, 03:17 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now