किसान के लिए खेती-बाड़ी को लाभकारी और पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए एक खास पहल की गई है. यह पहल प्रमुख सहकारी उर्वरक संस्था इफको की अनुषंगी कंपनी ने की है. इससे किसानों को खेती-बाड़ी में मदद मिल पाएगी, साथ ही उससे जुड़ी जानकारी उपयुक्त समय पर प्राप्त हो पाएगी. दरअसल, कंपनी ने एक मोबाइल ऐप विकसित किया है. इस मोबाइल ऐप से जुड़ने वाले किसानों को खेती के बारे में समुचित जानकारी उपलब्ध होगी. यह सेटेलाइट और एआई की जरिए किया जाएगा. इस ऐप के जरिए किसानों के सशक्तीकरण को बढ़़ावा दिया जाएग. इसका नाम ‘कृषि देव ज्ञान’ (Krishi Dev Gyan Mobile App) रखा गया है.
क्या है ‘कृषि देव ज्ञान’ मोबाइल ऐप (What is ‘Krishi Dev Gyan’ Mobile App)
इसमें उपग्रह और एआई का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके जरिए किसानों को उनके छोटे-बड़े खेतों की जानकारी दी जाएगी. इसके साथ ही मिट्टी की उर्वरता और उसमें पोषक तत्वों की कमी या प्रचुरता, मौसम की स्थिति, उर्वरकों, पानी, कीटनाशकों आदि के इस्तेमाल की आवश्यकता के बारे में बताया जाएगा.
2 तरह के हैं उपकरण
एक उपकरण 2 से 3 एकड़ खेत की छोटी से छोटी जानकारी देगा. अगर खेत के किसी खास हिस्से में कीट या रोग का प्रकोप होगा, तो इसके जरिए किसानों को सतर्क किया जाएगा. इसके अलावा फसल उत्पादकता के लिए खेत के कौन-से हिस्से में कौन सी दवा का इस्तेमाल करना है, इसकी जानकारी दी जाएगी. दूसरा उपकरण जो है, वह ऐसी ही सूक्ष्म जानकारी 2 से 3 किलोमीटर में फैले खेत के बारे में दे सकती है. बताया जा रहा है कि अधिकतर किसानों के खेतों के रकबे छोटे और दूर-दूर तक फैले होते हैं. इसके साथ ही हर खेत की स्थिति अलग होती है. ऐसे में किसान को किसी क्षेत्र विशेष के बारे में वृहत जानकारियां लेनी हो, तो वह इफको किसान की मदद से खेत में सब्सिडी युक्त उपकरण लगवा सकते हैं.
उपकरण की सब्सिडी युक्त कीमत
पहले उपकरण की सब्सिडी युक्त कीमत करीब 15 हजार रुपए रखी गई है, तो वहीं दूसरे उपकरण की कीमत करीब 35 से 40 हजार रुपए है. इसके जरिए किसान सही प्रौद्योगिकियों के उपयोग से फसल की गुणवत्ता बढ़ा सकते हैं. जानकारी मिली है कि गुजरात के किसान पिछले 4 साल से निर्यात करने योग्य जीरा उत्पादन करने का प्रयास कर रहे थे. इसके बाद इफको किसान के प्रशिक्षण और जानकारी दिए जाने के बाद साल 2020 में किसान निर्यात गुणवत्ता वाले जीरा उगाने में सफल रहे हैं.
कृषि देव ज्ञान’ मोबाइल ऐप की खासियत
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यह ऐप खेत की स्थिति, आकार, सिंचाई, बीज की किस्म, फसल का नाम, बोने की तारीख आदि जैसे ज़रूरी आंकड़े इकट्ठा करता है.
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इन आंकड़ों के आधार पर किसानों को कृषि वैज्ञानिक और विशेषज्ञ सलाह देते हैं.
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अगर कोई चित्र खेत से अपलोड किया गया है, तो किसानों को सीधे उनके मोबाइल नंबर पर सलाह दी जाती है. इसमें रोग व कीट और उनके समाधान का पूरा विवरण होगा.