Pomegranate Farming: अनार रसीला फल है, अनार में कार्बोहाइड्रेट, फासफोरस, आयरन और विटामिन सी अच्छी मात्रा में पाया जाता है, लिहाजा बाजार में इसकी डिमांड बहुत होती है और यह काफी महंगा बिकता है. ऐसे में बाजार से महंगा फल खरीदने के बजाए आप अपने घर के गार्डन या गमले में ही अनार उगा सकते हैं. अनार का पेड़ उगाना काफी आसान है. आईए जानते हैं कि अनार के पेड़ उगाने और इसके पौधों की देखरेख के तरीके.
पौधा उगाने बर्तन का चुनाव
अनार के पेड़ों की जड़ें लंबी होती हैं, लिहाजा आप फल उगाने के लिए बड़ा गमला, अच्छी गहरी प्लास्टिक की बाल्टी या ड्रम का इस्तेमाल करें. बर्तन या ड्रम के नीचे कुछ छेद कर दें जिससे एक्सट्रा पानी बाहर निकलता रहे और मिट्टी में जमा न रहे.
अनार के लिए मिट्टी
आप अपने गार्डन में अनार उगाना चाहते हैं, तो आपको अच्छी मिट्टी तैयार करनी होगी. अनार किसी भी मिट्टी में उग जाता है, लेकिन मिट्टी में पर्याप्त मात्रा में ह्यूमस, फार्मयार्ड कम्पोस्ट, दानेदार पेड़ की खाद डालनी चाहिए. अगर आप बड़े गमले में अनार उगा रहे हैं तो मिट्टी भरने से पहले सूखे पत्तों को गमले की नीचे की परत पर लगाएं, फिर मिट्टी की एक परत डालें, फिर दोबारा सूखों पत्ती से लेयरिंग करें, फिर मिट्टी डालें. तीन लेयरिंग करने के बाद गमले को एक सप्ताह के लिए रख दें फिर इसमें पौधा लगा सकते हैं.
अच्छी वैराइटी की पौधा लाएं
आप नर्सरी से पौधा ले सकते हैं, स्वस्थ तने की कटिंग उपयुक्त होती है, जिसके पत्ते हरे हों. अनार का पौधा 3 से 4 साल में फल देना शुरू कर देता है. इसके एक पेड़ से 25 सालों तक फल मिलता है. हालांकि नर्सरी में अन्य किस्मों के भी अनार उपलब्ध हैं जो कम समय में फल देने लगते हैं. आप अपनी इच्छा से पेड़ का चुनाव कर सकते हैं.
पौधे के लिए तापमान है जरुरी
अनार मध्यम तापमान में अच्छी तरह से विकसित होता है. इसलिए आप ऐसी जगह अनार का पौधा लगाएं जहां सूर्य का प्रकाश भरपूर मात्रा में आता है. अनार के विकास के लिए इसे धूप में रखना जरुरी है, ताकि गर्म तापमान बना रहे.
अनार के पौधों की सिंचाई
अनार के पौधे के विकास के लिए उच्च आद्रता और सिंचाई की जरुरत होती है. महीने में एक या 2 बार, गोबर से बनी जैविक खाद भी डालें. आप घर पर भी खाद तैयार कर सकते हैं. इसके लिए रसोई का कचरा, सूखे पत्ते, छाछ, गुड़, गाय का गोबर का इस्तेमाल करें. जब पौधों में फूल आने लगे, तब नियमित रुप से गहराई से सिंचिंत किए जाने की जरुरत होती है.
पौधे की कटिंग है जरुरी
अनार के पेड़ का कुशल प्रबंधन जरुरी है. पौधे के उचित विकास के लिए कम से कम शुरुआती 2 साल तक अच्छी तरह देखभाल की जाना जरुरी है. तभी पेड़ का समुचित विकास होता है, जो बिना टूटे शाखाओं पर अनार का वजन सह सकता है. अनार का पेड़ मजबूत बने इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. अनार झाड़ियों में उगता है, इसे प्राकृतिक रुप से बढ़ने को छोड़ दिया जाए तो यह झांड़ियों के रुप में छोटा पौधा बनकर रह जाएगा वहीं गमले से बाहर निकलने लगेगा. इसके पौधे को मजबूत पेड़ बनाने के लिए छंटाई जरुरी है. हालांकि पेड़ की ऊंचाई जब 2 फीट के आसपास हो तभी छंटाई करना चाहिए. इसके अलावा सर्दियों के मौसम में जब पेड़ निष्क्रिय होता है तब छंटाई की जा सकती है.
पेड़ का कीटों से बचाव
वैसे तो अनार में कीट व बीमारियों का खतरा ज्यादा नहीं होता. लेकिन कभी-कभी धब्बेदार कीड़े, सफेद मक्खियों, थ्रिप्स और स्केल कीड़े के कारण रोग लग जाता है. ऐसे में नर्सरी में पूछकर आप कीटनाशक का उपयोग कर सकते हैं. लेकिन जब फल पकने की स्थिति में हों तब कीटनाशकों का प्रयोग न करें. पौधों को कीट से बचाने के लिए आप नीम के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.