मक्का में बड़ी मात्रा में स्टार्च पाया जाता है. वैसे, तो हमारे देश में मक्का बोने का प्रचलन बेहद पुराना है, लेकिन आजकल मक्का की विदेशी किस्म खूब बोई जा रही है. तो आइए जानते हैं मक्का की खेती (Maize Cultivation) की पूरी जानकारी -
मक्का की बुवाई का उचित समय (Right time for sowing maize)
बरसाती मक्का की बुवाई 10 जुलाई तक करना चाहिए. जबकि देर से पकने वाली मक्का की किस्मों को मई-जून माह के मध्य तक कर लेनी चाहिए. वहीं कम समय में पकने वाली मक्का को जून के अंत में बोना चाहिए. मक्का बोने के 15 दिनों बाद खेत की निराई करना चाहिए ताकि खरपतवार मक्का की ग्रोथ को प्रभावित न करें.
मक्का की खेती के लिए बीज शोधन (Seed treatment for maize cultivation)
मक्का के बीज का शोधन आप जैविक तरीके से भी कर सकते हैं. इसके लिए देशी गाय के गौमूत्र का प्रयोग करना चाहिए.
मक्का की खेती के लिए बीज की मात्रा (Seed quantity for maize cultivation)
अगर मक्का की देशी प्रजाति की बुआई कर रहे हैं, तो प्रति हेक्टेयर 16 से 18 किलोग्राम मक्का की जरूरत पड़ेगी. वहीं, हाइब्रिड बीज 20 से 22 किलोग्राम लगता है. इसके अलावा मक्का की संकुल किस्मों की बुआई करने पर 18 से 20 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर बीज लगेगा.
मक्का की खेती के लिए बुवाई की विधि (Sowing method for maize cultivation)
मक्का की अगेती किस्मों को पंक्ति से पंक्ति दूरी 45 सेंटीमीटर, पौधे से पौधे की दूरी 20 सेंटीमीटर और गहराई 3.5 सेंटीमीटर रखना चाहिए. वहीं मध्य और देर से पकने वाली किस्मों के लिए पंक्ति से पंक्ति की दूरी 60 सेंटीमीटर, पौधे से पौधे की दूरी 25 सेंटीमीटर और गहराई 3.5 सेंटीमीटर होनी जरूरी है.
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मक्का की खेती के लिए निराई-गुड़ाई (Weeding for maize cultivation)
मक्का का पौधा काफी सघन होता है. यह वजह है उचित समय पर निराई-गुड़ाई करना चाहिए. सही समय पर निराई गुड़ाई से ऑक्सीजन का संचार अच्छा होता है जिससे पौधे का विकास तेजी से होता है. मक्का बोने के 15 दिनों बाद पहली निराई करना चाहिए. जबकि दूसरी निराई 35 से 40 दिनों बाद करना चाहिए.