भारत में लगभग 60-65% आबादी कृषि क्षेत्र पर निर्भर है और उसी से अपने जीवन का यापन करते हैं. इसके अलावा देश उच्च गुणवत्ता वाले खाद्यान्न और अन्य खाद्य वस्तुओं का भी उत्पादन करता आ रहा है.
आपको बता दें कि, भारतीय कृषि व्यवसाय (agri-business) तीव्र गति से बढ़ रहा है और वैश्विक व्यापार (Global business) में भी अपना भरपूर योगदान जारी ऱखा हुआ है. भारत का किराना और खाद्य बाजार (Grocery and Food Market of India) दुनिया का छठा सबसे बड़ा बाजार है, जो कुल बिक्री का 70% हिस्सेदारी रखता है.
एक रिपोर्ट के अनुसार, अगले 20 वर्षों में, भारत के प्रति व्यक्ति की जीडीपी में 20% की वृद्धि होने की उम्मीद है. जैसे-जैसे समय बीत रहा है, प्रवृत्ति भी बदल रही है. भारतीय उच्च गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कर रहे हैं और पौधों पर आधारित प्रोटीन से हटकर पशु-आधारित प्रोटीन की ओर जा रहा है. किसान अपनी आय बढ़ाने और उपभोक्ता के आवश्यकताओं को तेजी से पूरा करने की ओर बढ़ते जा रहे हैं. इसी को देखते हुए हमने भारत के शीर्ष दस कृषि राज्यों की एक सूची तैयार की है. आज इस लेख में हम जानेंगे की कौन सा राज्य आगे चल रहा हो तो कौन है उसके पीछे.
भारत की टॉप 10 फसल उत्पादक राज्य (Top 10 Crop Producing States in India)
पश्चिम बंगाल (West Bengal)
पश्चिम बंगाल भारतीय खाद्यान्न का प्रमुख उत्पादक है. वहीं आंध्र प्रदेश, पंजाब और उत्तर प्रदेश अपने चावल उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है. पश्चिम बंगाल चावल के अलावा जूट, तिल, तंबाकू और चाय उत्पादन के लिए भी जाना जाता है. 2600 किलो प्रति हेक्टेयर उपज के साथ पश्चिम बंगाल में चावल का उत्पादन कुल 146.05 लाख टन है. यह भारत के चावल उत्पादक राज्यों में से एक है.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)
उत्तर प्रदेश भारत का शीर्ष कृषि राज्य है. जिसमें बाजरा, चावल, गन्ना, खाद्यान्न, और कई अन्य राज्य स्तरीय फसलों का उत्पादन होता है. यह हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश से आगे है. वहीँ भारत के गेहूं उत्पादक राज्यों में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है. प्रदेश में 22.5 मिलियन टन गेहूं का उत्पादन किया जाता है. वहीँ गेहूं उत्पादन के लिए उत्तर प्रदेश का मौसम अनुकूल है. प्रदेश में लगभग 96 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में गेहूं की खेती कि जाती है.
पंजाब (Punjab)
पंजाब दुनियां का सबसे उपजाऊ राज्य है. पंजाब गेहूं, गन्ना, चावल, फल और सब्जियां उगाने के लिए उत्तम स्थान माना जाता है. पंजाब को भारत का अन्न भंडार कहा जाता है. खाद्यान्न उत्पादन कुल उत्पादक भूमि का 93% से अधिक हिस्सा पंजाब में है.
गुजरात (Gujarat)
गुजरात भारत का सबसे तेजी से बढ़ने वाला राज्य है. इस राज्य ने एक विवेकपूर्ण विकास रणनीति का अनुसरण किया. उन्होंने कृषि, ऊर्जा और विनिर्माण में निवेश किया, और परिणामस्वरूप दो अंकों की वृद्धि देखी. गुजरात का मौसम अप्रत्याशित है, जिससे वहां फसल उगाना मुश्किल हो जाता है. इसी कारण से यहाँ के किसान नई तकनीक का उपयोग कर फसलों का उत्पादन करते हैं. कपास, मूंगफली, अरंडी, बाजरा, अरहर, हरा चना, तिल, धान, मक्का और गन्ना सभी गुजरात में उगाए जाते थे. गुजरात सबसे अधिक कपास का उत्पादन करने वाला राज्य है. इसके बाद कर्नाटक, महाराष्ट्र और तेलंगाना का स्थान आता है.
हरियाणा (Haryana)
हरियाणा अगला कृषि प्रधान राज्य है. हरियाणा सबसे महत्वपूर्ण कृषि योगदानकर्ताओं में से एक है. लगभग 70% निवासी कृषि कार्य करते हैं. हरियाणा भारत की हरित क्रांति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इन सबके परिणामस्वरूप हरियाणा में एक विशाल सिंचाई प्रणाली भी है.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)
मध्य प्रदेश अपने दलहन उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है. इसके बाद महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश का स्थान आता है. यह सोयाबीन और लहसुन उगाने के लिए भी जाना जाता है. मध्य प्रदेश दलहनी फसल उगाने के लिए प्रसिद्ध है. मध्य प्रदेश में किसानों की आय का मुख्य स्रोत गेहूं और मक्का है. इस राज्य में उगने वाले उड़द, सोयाबीन और अरहर अन्य दालों के उदाहरण हैं.
असम (Assam)
भारत में, असम कृषि कार्य पर बहुत हद तक निर्भर है. असम अन्य राज्यों की तुलना में सबसे कम विकसित राज्यों में से एक है. असम की अर्थव्यवस्था लगभग पूरी तरह से कृषि पर केंद्रित है और कृषि 70% आबादी के लिए जीविका प्रदान करती है. पानी के बाद पूरी दुनिया में चाय का सेवन नियमित रूप से किया जाता है. असम चाय उत्पादक के सबसे आगे है.
आंध्र प्रदेश (Andra Pradesh)
आंध्र प्रदेश में 62% आबादी कृषि को रोजगार देती है. चावल उत्पादन पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है. आंध्र प्रदेश भारत के 77 प्रतिशत फसल उत्पादन के लिए जिम्मेदार है. ज्वार, बाजरा, मक्का, रागी, तंबाकू, फलियां, गन्ना और अन्य फसलें भी उगाई जाती हैं.
कर्नाटक (Karnataka)
कर्नाटक में कृषि कार्य पूरी अर्थव्यवस्था का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है. कृषि, राज्य के अधिकांश निवासियों को रोजगार देता है. कर्नाटक की मौसम जलवायु कृषि के लिए आदर्श है. चावल, मक्का, मूंग दाल, लाल मिर्च, गन्ना, मूंगफली, सोयाबीन, हल्दी और कपास कर्नाटक की खरीफ फसलें हैं. सरसों, तिल, जौ, गेहूं और मटर कर्नाटक की रबी फसलें हैं. कर्नाटक भारत के शीर्ष कृषि राज्यों में से एक है.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)
छत्तीसगढ़ राज्य को "मध्य भारत के चावल का कटोरा" कहा जाता है. चावल, बाजरा और मक्का छत्तीसगढ़ में उगाई जाने वाली मुख्य फसल है. छत्तीसगढ़ में चावल की खेती 77 प्रतिशत भूमि पर की जाती हैं. छत्तीसगढ़ पूरी तरह से वर्षा पर निर्भर है. कुल क्षेत्रफल का केवल 20% सिंचित है.