1. Home
  2. ख़बरें

GM Mustard Strife: आरएसएस के सहयोगी दलों की चेतावनी- हाइब्रिड रिलीज को तुरंत वापस ले केंद्र, सीबीआई जांच की मांग

आनुवांशिकी इंजीनियरिंग मूल्यांकन समिति (GEAC) ने सरसों के हाइब्रिड जीएम डीएमएच-11 की पर्यावरण रिलीज की मंजूरी दे दी है. पर्यावरण रिलीज के निर्णय के बाद हाइब्रिड की विरोधी रहीं आरएसएस की शाखाएं हरकत में आ गई हैं.

मनीष कुमार
आरएसएस के सहयोगियों ,भारतीय किसान संघ और स्वदेशी जागरण मंच ने केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव से जीएम सरसों की पर्यावरण रिलीज को वापस लेने का अल्टीमेटम दिया है.  (फोटो-सोशल मीडिया)
आरएसएस के सहयोगियों ,भारतीय किसान संघ और स्वदेशी जागरण मंच ने केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव से जीएम सरसों की पर्यावरण रिलीज को वापस लेने का अल्टीमेटम दिया है. (फोटो-सोशल मीडिया)

आनुवांशिकी समिति द्वारा जीएम सरसों की पर्यावरण रिलीज के बाद आरएसएस की शाखाओं से प्रतिक्रिया आना शुरू हो गई है. सरसों की हाइब्रिड किस्म के मुखर विरोधी रहे भारतीय किसान संघ (BKS) और स्वदेशी जागरण मंच (SJM) संयुक्त रूप से चेतावनी जारी की है कि संकर प्रजाति के हाइब्रिड की रिलीज को मंत्रालय तुरंत वापस ले.

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की शाखाओं ने कहा है कि आनुवांशिकी इंजीनियरिंग मूल्यांकन समिति (GEAC) द्वारा हाइब्रिड को दी गई मंजूरी ‘अनैतिक और अतार्किक’ है. इस कार्ययोजना में अपवित्रता की बू आ रही है. इस रिलीज की प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) द्वारा जांच की जानी चाहिए. आरएसएस के सहयोगियों ने केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव से जीएम सरसों की पर्यावरण रिलीज को वापस लेने का अल्टीमेटम दिया है.

पीएम मोदी के वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय से जीएम सरसों के समर्थन में लगातार जारी किए गए बयान

आरएसएस की प्रतिक्रिया के बाद पीएम मोदी के वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय ने सरसों के हाइब्रिड जीएम डीएमएच-11 के समर्थन में लगातार ट्विटर पर कई बयान जारी किए गए. कार्यालय ने कहा है कि सरसों की हाइब्रिड किस्म सरसों की खेती में क्रांति लाएगी और इससे देश खाद्य तेलों में आत्मनिर्भर बन सकेगा.

देश के सबसे बड़े किसान संगठन के रूप में दावा करने वाले भारतीय किसान संघ ने कहा है कि हाइब्रिड किस्म मधुमक्खियों और परागण के लिए जहरीली है. इससे पीएम मोदी की शहद उत्पादन को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का क्या होगा. पर्यावरण मंत्रालय को हाइब्रिड की रिलीज पर तुरंत प्रतिबंध लगाना चाहिए. स्वदेशी जागरण मंच ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि आनुवांशिकी समिति (जीईएसी) का दावा कि सरसों के हाइब्रिड जीएम डीएमएच-11 भारत में विकसित की गई है, और पूर्ण स्वदेशी है ‘पूरी तरह से असत्य’ है.

ये भी पढ़ें-Mustard Oil: ‘जीएम सरसों’ के व्यावसायिक उपयोग को मिली मंजूरी, संकर को लेकर रहा है लंबा विवाद

जीएम हाइब्रिड के पूर्ण स्वदेशी होने का दावा भ्रामक और असत्य: एसजेएम

स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक ने मंत्रालय को लिखे पत्र में कहा है कि जीएम सरसों को दो जीनों बार्नेज और बारस्टार के माध्यम से तैयार किय गया है- ये बैसिलस एमाइलोलिफेशियन्स नामक मिट्टी के बैक्टेरिया से प्राप्त होता है. बार-बारस्टार-बर्नेज जीन बायर क्रॉप साइंस की एक पेटेंट तकनीक है. ये कोई स्वदेशी कंपनी नहीं है. इससे सिद्ध होता है हाइब्रिड के स्वदेशी होने का दावा सिर्फ झूठा प्रचार है. केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव इस जीएम सरसों की रिलीज को तुरंत प्रभाव से प्रतिबंधित करें.

English Summary: RSS affiliates warning center to take back GM mustard release GEAC decision probe by CBI and ED Published on: 29 October 2022, 05:41 PM IST

Like this article?

Hey! I am मनीष कुमार. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News