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कॉफी उत्पादकों के मजदूरी में होगी कमी, वैज्ञानिकों बना रहे ये खास मशीन

कॉफी की खेती में किसानों का सबसे अधिक खर्च उनकी फसल कटाई के दौरान आता है. इस कार्य को सरल बनाने के लिए कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा एक बेहतरीन मशीन को बनाया जा रहा है. इस खबर में जानें पूरी जानकारी...

लोकेश निरवाल
There will be a reduction in wages of coffee producers
There will be a reduction in wages of coffee producers

हमारे देश की कई बड़ी संस्थान किसानों की खेती-बाड़ी में मदद करने के लिए कई तरह की बेहतरीन मशीनों को तैयार करती रहती है. खेती में मशीनों के आने के बाद से ही किसानों की मेहनत के साथ समय की भी बचत हुई है. इसी कड़ी में कई सरकारी व निजी संस्थान किसानों के लिए नए-नए उपकरणों को तैयार करती रहती है.

जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर ने कॉफी की कटाई के लिए एक बेहतरीन हार्वेस्टर मशीन (Harvester Machine) को तैयार कर रही है, जिसकी मदद से कॉफी किसानों को मजदूरों की लागत 50-60 प्रतिशत तक कम हो सकती है.

कॉफी की कटाई मशीन से लागत में आएगी कमी

भारत में कॉफी की खेती सबसे बड़े पैमाने पर पहाड़ी इलाकों के रहने वाले किसानों के द्वारा की जाती है. केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन होता है. इसकी खेती से लेकर फसल कटाई के दौरान किसानों को कड़ी मेहनत करनी पड़ी है. देखा जाए तो देशभर में बढ़ती मजदूरी के चलते कॉफी की कटाई के दौरान किसानों के ऊपर मजदूरी की लागत का भार अधिक बढ़ता है, जिसके चलते कॉफी उत्पादकों को कई सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.

इस संदर्भ में जब किसानों से बात की गई तो उनका कहना है कि कॉफी की कटाई में उनका लगभग 65 प्रतिशत तक खर्चा होता है. वैज्ञानिकों के द्वारा तैयार की जा रही मशीन से किसानों की यह लागत बचेंगी.

कॉफी की खेती (Coffee Farming)

कॉफी की खेती करने के लिए सबसे पहले किसान को खेत में अच्छे से जुताई करके मिट्टी को ढीला करें. फिर उसे कुछ दिनों तक ऐसे ही छोड़ने के बाद खेत को समतल बनाएं. फिर चार से 5 मीटर की पंक्ति व उसी दूरी पर गड्ढे तैयार करें. अब प्रत्येक पंक्ति में पौधे लगाने का काम शुरू होता है. वहीं, गड्ढे में जैविक और रासायनिक खाद मिट्टी में मिलाकर डाल दिया जाता है. फिर सभी गड्ढों को भरने के बाद सिंचाई की प्रक्रिया सही तरीके से की जाती है. कॉफी की खेती करने के लिए खेत में 150-200 सेंटीमीटर वर्षा की आवश्यकता होती है. मिली जानकारी के मुताबिक, सर्दी के दिनों में कॉफी से किसानों को अच्छा उत्पादन नहीं मिलता है.

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देखा जाए तो किसानों को कॉफी की कटाई के दौरान विशेष ध्यान रखना होता है. ताकि वह इससे औऱ भी उत्पादन प्राप्त कर सके. इसी बात को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिकों के द्वारा कॉफी कटाई की मशीन को तैयार किया जा रहा है.

English Summary: There will be a reduction in wages of coffee producers Published on: 14 September 2023, 04:50 PM IST

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