अप्रैल माह का पहला सप्ताह समाप्त होने की कगार पर है और मौसम का गर्म मिजाज थम नहीं रहा है. अभी भी उत्तरभारत के ज्यादातर राज्यों में गर्मी पूरे उफान पर है, जिस वजह से आम जनता और किसान बेहाल हैं. गर्म हवाएं और कड़कती धूप ने लोगों के पसीने छुट्टा दिए हैं, क्योंकि गर्मी की वजह से लोग शरीर में पानी की कमी, हीटस्ट्रोक और त्वचा जलन जैसी समस्याओं के शिकार हो रहे हैं और अगर किसान की बात करें, तो वे अपनी फसलों के चलते दुखी हैं, क्योंकि ये गर्म हवाएं और धूप उनकी फसलों को सूखा रही हैं.
जिस वजह से उन्हें फसल ख़राब होने का डर सता रहा है. ऐसे में हर कोई मानसून के इंतजार में बैठा है. आपको बता दें कि मानसून वैसे तो अप्रैल माह के अंत तक आ ही जाता है, लेकिन इस बार मई, जून में आने की संभावना है. तो ऐसे में आइये जानते हैं अगले कुछ घंटो के मौसमी सिस्टम और मौसम गतिविधियों के बारे में...
भारत का मौसमी सिस्टम (India's weather system)
स्काईमेट के अनुसार, पूरे भारत के मौसमी सिस्टम की बात करें तो एक ट्रफ रेखा विदर्भ से कर्नाटक होते हुए आंतरिक तमिलनाडु तक फैली हुई है. इसके अलावा 6 अप्रैल तक दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की संभावना है, और जिस वजह से इसके प्रभाव में 7 अप्रैल तक दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है.
अगले कुछ घंटों में मौसम की गतिविधियां (Weather activities in next few hours)
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पंजाब, दक्षिण हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम विदर्भ, झारखंड और गुजरात का मौसम हाल - कुछ स्थानों पर लू की स्थिति संभव है.
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असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम का मौसम हाल - कुछ हिस्सों में छिटपुट स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है.
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केरल और तमिलनाडु का मौसम हाल - एक या दो मध्यम स्थानों के साथ हल्की बारिश हो सकती है
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अंडमान और निकोबार द्वीप का मौसम का हाल - कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. इसके अलावा अंडमान सागर के ऊपर 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के साथ समुद्र की स्थिति खराब है.
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उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, कर्नाटक का मौसम हाल - हल्की बारिश की संभावना
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मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण कोंकण और गोवा का मौसम हाल - अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश संभव
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दक्षिण छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटीय इलाकों का मौसम हाल - हल्की बारिश संभव
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पश्चिम उत्तर प्रदेश और राजस्थान का मौसम हाल -अलग-अलग हिस्सों में लू से लेकर गंभीर लू की स्थिति संभव है.