Papaya Farming: पपीते की खेती से होगी प्रति एकड़ 12 लाख रुपये तक कमाई! जानिए पूरी विधि सोलर पंप संयंत्र पर राज्य सरकार दे रही 60% अनुदान, जानिए योजना के लाभ और आवेदन प्रक्रिया केवल 80 से 85 दिनों में तैयार होने वाला Yodha Plus बाजरा हाइब्रिड: किसानों के लिए अधिक उत्पादन का भरोसेमंद विकल्प किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 7 October, 2020 8:13 AM IST

ज्यादातर राज्यों से मानसून (Monsoon) अब लौट रहा है, लेकिन अभी भी कई ऐसे राज्‍य हैं जहां बारिश (Heavy Rain) हो रही है. इसके वजह से बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव (Low Pressure Active) वाला क्षेत्र सक्रिय हो गया है. इसके कारण  झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के आस -पास के  इलाकों में बारिश हो सकती है. तो वहीं अगर बात करें राजधानी दिल्ली व एनसीआर कि तो वहां कुछ दिनों में हल्की-हल्की ठंडक दस्तक दे सकती है. मौसम विभाग (Weather Department) के अनुसार, हवाओं के रुख में अब परिवर्तन हो सकता है. जिस वजह से 7 से 9 अक्टूबर के बीच हवाओं का रुख फिर से बदलकर पूर्वी और दक्षिण पूर्व की तरफ होने की संभावना बन रही है. जिससे मध्यप्रदेश पर एक कम दबाव का क्षेत्र ओडिशा की ओर आने वाला है. जिससे ओडिशा से लेकर छत्तीसगढ़,  झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. ऐसे में आइए निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट के अनुसार जानते हैं आने वाले 24 घंटों के दौरान मौसम का पूर्वानुमान (Weather Forecast)-

देशभर में बने मौसमी सिस्टम

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ और भागों के साथ समूचे राजस्थान तथा गुजरात के कुछ हिस्सों से आज दोपहर या शाम तक अलविदा कह जाएगा. ओडिशा और इससे सटे भागों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इस सिस्टम के साथ ही एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी बना हुआ है. इस सिस्टम से छत्तीसगढ़ होते हुए महाराष्ट्र के उत्तरी भागों तक एक ट्रफ बनी है. साथ ही एक ट्रफ दक्षिणी तटीय तमिलनाडु तक भी बनी हुई है. उत्तरी अंडमान सागर पर जल्द ही एक नया मौसमी सिस्टम विकसित हो सकता है. 9 अक्टूबर के आसपास इसके निम्न दबाव में और 11-12 अक्टूबर तक डिप्रेशन बनने की संभावना है.

अगले 24 घंटों के दौरान संभावित मौसम पूर्वानुमान

अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल, तटीय ओडिशा, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, बिहार के कुछ हिस्सों, असम और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम वर्षा जारी रहेगी. एक-दो स्थानों पर भारी बारिश का भी अनुमान है. पूर्वोत्तर भारत, झारखंड, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, आंतरिक ओडिशा, तेलंगाना, विदर्भ, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, दक्षिणी तटीय कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश कुछ स्थानों पर हो सकती है. दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश, कोंकण गोवा और तमिलनाडु में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है. उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों समेत मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में मौसम साफ और शुष्क बना रहेगा.

English Summary: Latest Weather News: careful ! Heavy rains will lash these states for the next 3 days, Meteorological Department issued alert
Published on: 07 October 2020, 08:17 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now