2022 में दक्षिण-पश्चिम मानसून के अलग-अलग रंग देखे गए हैं. उत्तर प्रदेश सहित पूर्व और उत्तर-पूर्व में मानसून कमजोर रहा, लेकिन मध्य भारत और दक्षिण भारत के अधिकांश राज्यों में अच्छी बारिश हुई है.
स्कायमेट वेदर के अनुसार, गुजरात और राजस्थान में मानसून की शुरुआत से ही अच्छी बारिश की गतिविधियां हो रही हैं. अब तक, पश्चिमी राजस्थान में 73 प्रतिशत और पूर्वी राजस्थान में 22 प्रतिशत अच्छी बारिश देखी गई है. सौराष्ट्र और कच्छ में 43 प्रतिशत जबकि गुजरात क्षेत्र में 22 प्रतिशत बारिश हुई है.
हैरानी की बात यह है कि इन दोनों राज्यों में अब तक अच्छी मॉनसून बारिश होती रही है. हालांकि, सौराष्ट्र, कच्छ और राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में बारिश का औसत तुलनात्मक रूप से कम है. लेकिन आज दिल्ली के उससे सटे इलाकों में भी मौसम सुहावना रहेगा और शाम होते-होते बारिश का अनुमान लगाया गया है.
राजस्थान के बाड़मेर, जोधपुर, अजमेर और जयपुर में पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई. वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी राजस्थान में 17 अगस्त तक मध्यम से भारी बारिश जारी रह सकती है. वहीं अगले 2-3 दिनों के दौरान गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश संभव है.
इसके अतिरिक्त, पिछले 24 घंटों में भारी बारिश के साथ ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में वेदर डिप्रेशन की स्थिति बनी हुई है. संबलपुर, छत्रपुर, भुवनेश्वर एयरपोर्ट, टिटलागढ़, राजनांदगांव, माना, वर्धा, ब्रम्हापुरी, छिंदवाड़ा, बैतूल, होशंगाबाद और इंदौर में लगातार बारिश हो रही है.
दी वेदर चैनल के मुताबिक, पश्चिम मध्य प्रदेश में 14-16 अगस्त, छत्तीसगढ़ में 13-15 अगस्त, विदर्भ में 14-16 अगस्त, गुजरात में 15 और 16 अगस्त, सौराष्ट्र और कच्छ में 16 अगस्त, कोंकण और गोवा में बिजली के साथ भारी बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है.
इसके अलावा, पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 15 अगस्त को और पश्चिमी मध्य प्रदेश में 15 और 16 अगस्त को अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा संभव है, जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश में 15 अगस्त को अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है. वहीं 13 और 15 अगस्त को झारखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में बौछारें पड़ने वाली हैं.