'सच' - ये वो शब्द है जो आज सुनने को बहुत कम मिलता है. यूं तो सच के नाम से हरिशचंद्र ही याद किए जाते हैं लेकिन एक नाम और है जिसकी चर्चा नहीं होती.
यह बात तो सभी दल जानते हैं कि किसानों को साथ लिए बिना संसद का दरवाजा खोलना नामुमकिन है. देश में 60-70 प्रतिशत ग्रामीण हैं और इसी वजह से कृषि आबादी को…