उत्तर प्रदेश के टिकरी गांव में उगाई जाने वाली मशरूम की विदेशों में जबरदस्त मांग रहती है. यहां कि मशरूम जापान, इंडोनेशिया समेत दूसरे देशों में निर्यात…
फसलों में सिंथेटिक कवकनाशी के उपयोग को कम करने व मृदा में रोगजनकों को नियंत्रित करने के लिये के लिए जैविक एजेंटों का उपयोग किया जा रहा है। एफएओ 1988 क…
आयस्टर मशरूम की खेती कम लागत, उच्च लाभ, और पर्यावरणीय अनुकूलता के कारण किसानों और उद्यमियों के लिए एक आदर्श विकल्प है. यह न केवल आर्थिक सशक्तिकरण में…