राजस्थान, चित्तौड़गढ़ के किसान कर्ण सिंह आंजना पूछते हैं सफल किसान कैसे बनें. हालाँकि इसका कोई एक फार्मूला या कोई एक जवाब तो नहीं जिससे यह बताया जा सके कि सफल किसान ऐसे बना जा सकता है.
लेकिन कई ऐसे काम या यूँ कह लीजिये कई ऐसे कदम हैं जिसको उठाकर या उसपर ध्यानपूर्वक काम कर कोई भी किसान सफल, किसान बन सकता है और अपने आर्थिक स्थिति में बदलाव ला सकता है. इसी कड़ी में आज हम कर्ण सिंह के साथ-साथ ऐसे किसानों की मदद करेंगे जिनके मन में इस तरह के सवाल हैं. उससे पहले मैं ये बता दूँ अगर कोई भी किसान कुछ भी पूछना चाहता है या उनके मन में किसी प्रकार का कोई सवाल कृषि से सम्बंधित है तो वह कमेंट बॉक्स या फिर कृषि जागरण हिंदी पोर्टल पर हमशे पूछ सकते है. तो चलिए आज इस कड़ी में हम जानते हैं कि सफल किसान कैसे बने?
हमने अक्सर अपने आस-पास या किसी से सुना होगा कि यह किसान अपने बेहतरीन कामों के लिए अपने और आस-पास के गांव में सफल किसानों के गिनती में आता है. यह किसान भी आम किसानों के तरह हीं है, बस इनके काम करने का तरीका कुछ अलग होता है. जो दुसरे किसान भी सीखकर खुद को सफल बना सकते हैं. उत्तर प्रदेश के सुधीर राठौर आज के समय में सफल किसान के तौर पर ना सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि दिल्ली, बिहार, हरयाणा, पंजाब और ना जाने कितने राज्यों में जाने जाते हैं.
सुधीर राठौर उत्तर प्रदेश में इंटीग्रेटेड फार्मिंग (Integrated Farming) के मदद से अपनी एक अलग पहचान स्थापित की है. इतना ही नहीं वह सीड लेस नींबू यानी बिना बीज वाला नींबू और गन्ने की उन्नत खेती के लिए भी अपने राज्य में जाने जाते हैं. ऐसे में हमारी यह सलाह है की आप भी इंटीग्रेटेड फार्मिंग (Integrated Farming) कर सफल किसान बन सकते हैं.
इसके बाद बात करेंगे सतत एग्रीकल्चर प्रक्रिया की जिसे हम Sustainable Agriculture कहते हैं. आज के समय में सतत कृषि बहुत ही आवश्यक है. खाद के अत्यधिक उपयोग से जिस प्रकार मिट्टी की उर्वरक क्षमता कम होती जा रही है उसको देखते हुए सतत कृषि प्रक्रिया को अपनाना अत्यंत आवश्यक हो गया है. सतत विकास का अर्थ स्थाई या फिर टिकाऊ विकास होता है. जो मौजूदा हालात के अनुकूल सभी चीजों को एक साथ लेकर आगे बढ़ता है. इस विधि का अब तक कोई दुर्प्रभाव नहीं देखा गया है.
इसके अलावा किसानों को उन सभी कृषि प्रक्रिया को इस्तेमाल में लाना होगा जिसका दुर्प्रभाव मिट्टी और पर्यावरण पर ना हो, साथ ही उपज और उत्पादन दोनों सही मात्र में हो सके. इसके अलावा मिश्रित और बहु कृषि (Mixed and Multiple Agriculture), वृक्षारोपण कृषि (Plantation Agriculture), शुष्क कृषि (Dry Agriculture), फसल चक्र (Crop Rotation), गहन कृषि (Intensive Farming) खेती प्रकार को अपना कर सफल किसान बना जा सकता है और सफल किसानी भी की जा सकती है.
खेती कैसे और किन तरीकों से करें इसके बारे में हमने आपको बताया अब सवाल यह उठता है कि खेती करने के लिए किसानों को आर्थिक मदद की जरुरत पड़ती है. ऐसे में सरकार, देश के किसानों के लिए कई ऐसी योजनाएं चला रही है जिसका लाभ उठाकर ना सिर्फ किसान उन्नत खेती कर सकता है बल्कि लाखों का मुनाफा भी कमा सकता है. तो चलिए जानते हैं उन सरकारी योजनाओं के बारे में जिसकी मदद से किसान सफल किसान बनने की और अपना कदम बढ़ा आसानी से बढ़ा सकता है.
पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana, PMY)
इस योजना के अंतर्गत किसान को सालाना 6 हजार रुपए की आर्थिक मदद केंद्र सरकार द्वारा किया जाता है ताकि किसानों के आर्थिक स्थिति को संभाला जाए. ऐसे में PM kisan की 11वीं किस्त महज कुछ दिनों में आने वाली है जिसका लाखों किसान बेसब्री से इंतज़ार करते नजर आ रहे हैं.
प्रधानमंत्री जनधन योजना (Pradhan Mantri Jan-Dhan Yojana)
जन धन योजना के तहत सभी जन धन खाताधारकों को 2.30 लाख रुपये की मदद राशी दी जाती है. जन धन खाताधारकों को किसी भी बैंक में खाता खुलवाने पर एक्सीडेंटल इंश्योरेंस भी दिया जाता है. इतना ही नहीं खाताधारकों को 1,00,000 रुपये का दुर्घटना बीमा और साथ में 30,000 रुपये का जनरल इंश्योरेंस दिया जाता है.
किसान क्रेडिट कार्ड योजना (KCC Scheme)
किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत किसानों को 1 लाख 60 हजार का लोन दिया जाता है. जिसके तहत वो अपनी खेती-बाड़ी और अन्य चीजों को सही से सम्भाल सकते हैं. इतना ही नहीं किसान क्रेडिट कार्ड योजना (KCC Scheme) के तहत मछली पालन, पशुपालन और अन्य कामों के लिए लोन ले सकते हैं.
इसके अलावा कई अन्य सराकरी योजनाएं जैसे सोलर पंप सब्सिडी योजना (solar pump yojana), e-shram योजना (e-shram card yojana), कृषि यन्त्र खरीदने हेतु सरकारी योजना (subsidy on farm machinery) इत्यादि. ऐसे और भी कई योजनाएं है जिसकी मदद से किसान सफल खेती कर मुनाफा कमा सकते हैं. आपको बता दें कृषि जागरण के हिंदी पोर्टल पर आपको सभी कृषि सम्बंधित सरकारी योजना के बारे में जानकारी आसानी से मिल जाएगी. इन सभी तरीकों को अपना कर कोई भी किसान सफल खेती कर एक सफल किसान के गिनती में आ सकता है.