Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 17 September, 2020 6:43 PM IST

आज हम एक ऐसे सफल किसान की कहानी लेकर आए हैं, जो कि पहले एक लेक्चरर की नौकरी करते थे. मगर बाद में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और खेती करना शुरू कर दिया है. इस सफल किसान का नाम गुरकिरपाल सिंह है, जिन्होंने कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. आज किसान गुरकिरपाल सिंह हाइड्रोपोनिक तरीके से सब्जियों की खेती कर रहे हैं. आइए आपको इस सफल किसान की कहनी बताते हैं.

क्या है हाइड्रोपोनिक तकनीक

यह मूल रूप से इजराइल की तकनीक है. हाइड्रो का मतलब पानी और पोनिक का श्रम होता है. यानी खेती के लिए आपको न जमीन चाहिए और न ही मिट्टी. इसमें नेट हाउस के भीतर प्लास्टिक के पाइपों में पौधे लगाए जाते हैं. टाइमर से तापमान को फसल के मुताबिक नियंत्रित किया जाता है. इसके अलावा पौधों की जड़ों को पानी में भिगोकर रखा जाता है, साथ ही पानी में ही पोषक तत्वों का घोल दिया जाता है. इससे पौधे पनपते और बढ़ते रहते हैं.

नौकरी छोड़ की खेती

37 वर्षीय किसान गुरकिरपाल सिंह पंजाब के मोगा जिले के रहने वाले हैं. किसान की मानें, तो उनकी नौकरी अच्छी चल रही थी, लेकिन वह कुछ अलग करना चाहते थे, इसलिए साल 2012 में लगभग साढ़े पांच हजार स्क्वायर फीट जमीन पर पॉलीहाउस लगाया और उसमें टमाटर की खेती करना शुरू किया. इससे लगभग 1 लाख 40 हजार के टमाटर प्राप्त हुए. इसके बाद  ग्रीनहाउस का रूख किया, जिसमें उन्होंने हाइड्रोपोनिक तकनीक से शिमला मिर्च, टमाटर आदि उगाना शुरू किया.  

खेती से 3 गुना ज्यादा मुनाफ़ा

किसान का कहना है कि इस तकनीक में कम पानी की जरूरत होती है. आप इसमें इस्तेमाल किए गए पानी को भी फिर उपयोग कर सकते हैं. इतना ही नहीं, खाद का खर्चा भी कम होता है. कुल मिलाकर इस तकनीक से खेती करना सिर्फ फायदे का सौदा है. किसान ने जैविक खेती की बदौलत लाखों के टर्नओवर वाला स्टार्टअप एग्रोपोनिक एजीपी खड़ा किया है. वह नौकरी से 3 गुना ज्यादा आमदनी अर्जित कर रहे हैं. इसके साथ ही कई लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं.

English Summary: The farmer quit his job and started cultivating vegetables using hydroponic technology
Published on: 17 September 2020, 06:48 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now