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Updated on: 27 April, 2022 9:00 PM IST
कंप्यूटर इंजीनियर असीम जौहरी

इंसान अपनी मेहनत और हिम्मत के बल पर कठिन से कठिन कार्य को भी आसानी से कर सकता है. आज हम आपको ऐसी ही एक किसान के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत से किसानों की मदद के लिए एक नई तकनीक का बेहतरीन डिवाइस तैयार किया है.

आपको बता दें कि किसान भाई इस डिवाइस के जरिए खेत की उर्वरक क्षमता को आसानी से माप सकते हैं. इस मशीन से किसान सिर्फ अपने खेत को ही नहीं बल्कि सैकड़ों एकड़ जमीन को कुछ ही मिनटों में माप सकता है.

इस बेहतरीन भूमि मापने के डिवाइस को कंप्यूटर इंजीनियर असीम जौहरी ने तैयार किया है. असीम का कहना है कि इस डिवाइस को मिट्टी की क्षमता को सही से मापने के लिए तैयार किया है. असीम के अनुसार यह डिवाइस आधे घंटे में पूरे खेत की स्थिति को सरलता से बता सकता है. किसानों के लिए यह बहुत ही उपयोगी मशीन साबित होगी.

आर्गेनिक खेती को मिलेगी बढ़ावा

असीम के इस डिवाइस से ऑर्गेनिक खेती (organic farming) को बढ़ावा मिलेगा. जैसे कि आप जानते हैं कि उर्वरक के बढ़ते इस्तेमाल से खेत की उर्वरक क्षमता कम होती जा रही है. इसके समाधान के लिए किसान ऑर्गेनिक खेती और खाद का इस्तेमाल अपने खेत में करते है. लेकिन किसानों के लिए मिट्टी जांच करवाना बहुत मुश्किल साबित होता है. इसके असीम के इस डिवाइस से मिट्टी की जांच को आसान बना दिया है.  

जैविक खाद से उगाई सब्जियां

असीम के मुताबिक जैविक खाद से सब्जियों (vegetables with organic fertilizers) को उगाने की प्रक्रिया जारी है. इसके लिए अभी कई तरह की सब्जियों को उगाया जा रहा है. जैविक खाद को बढ़ावा देने के लिए असीम एक्सपर्ट की राय भी ले रहे हैं.

आर्गेनिक कारोबार (organic business)

असीम पिछले दो साल से आर्गेनिक खेती पर काम कर रहे हैं. इसमें वह अपने स्टोन ग्राइडिंग से काम कर रहे हैं. जिसे उन्होंने खुद तैयार किया है. असीम बताते हैं कि इस तरीके से उन्होंने पोषण तत्व सबसे अधिक प्राप्त होते हैं. वर्तमान में यह बेहतरीन तरीका लगभग 6 राज्यों तक पहुंच गया है. असीम ने इसकी शुरुआत कोरोना से पहले की थी. इसके बाद से लेकर अब तक असीम और उसकी पूरी टीम इसके ऊपर काम कर रही है.

केमिकल फ्री खेती (chemical free farming)

असीम का यह भी कहना है कि खेती में फैले केमिकल को भी दूर करने में यह डिवाइस बेहद मददगार साबित होगा. लेकिन अभी भी किसानों को खेती की जांच सबसे बड़ी परेशानी है. जिसके चलते कई स्थानों पर जैविक खेती पर काम पूरा नहीं किया जा सका.

English Summary: The best device came to measure the capacity of the soil
Published on: 27 April 2022, 05:37 PM IST

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