अगर कुछ कर दिखाने का जज़्बा हो, तो इंसान क्या कुछ नहीं कर सकता. कुछ ऐसा ही केरल की रहने वाली 53 वर्षीय महिला सुमा मंजिल ने कर दिखाया है वो अपने गार्डन में लगाए गए पौधों को बेचकर गरीब लोगों का इलाज करवा उन्हें एक नई जिंदगी प्रदान कर रही है. सुमा ने एक इंटरव्यू में बताया कि 'शहर के बढ़ते प्रदूषण की वजह से उन्हें हमेशा चिंता रहती थी कि इसकी वजह से सांस की समस्या बढ़ जाएगी. जब उनके शहर में कोच्चि मेट्रो का निर्माण कार्य बंद हो गया, तो इस कारण कई आस -पास के लोगों को सांस संबंधित समस्या पैदा होने लगी. इस समस्या का निवारण के लिए उन्होंने अपने आस -पास के घरों में एक मिनी गार्डन बनवा दिया ताकी वो ऐसी किसी भी समस्या से बच सके.
बता दे कि सुमा मंजिल ने अपने घर में भी एक छोटा सा मिनी गार्डन बनाया हुआ है. जिसमें वह प्लास्टिक के समान का इस्तेमाल करने की जगह केवल मिट्टी से बने बर्तनों या चीज़ों का ज्यादा इस्तेमाल करती हैं.
उन्होंने 2019 में लोगों को सांस संबंधित समस्या से बचाने के लिए जनवरी में इसकी पहली शुरुआत की थी और आज उन्हें इसमें काफी प्रसिद्धि भी मिली है और उन्होंने अब तक कई लोगों का इलाज करवाया है. वे इसके साथ ही अपने घर में लगे गार्डन के पौधों को बेचती हैं. उससे जो पैसा आता है वह लोगों के इलाज में खर्च करती हैं.
सुमा के पिता डेढ़ साल से डिमेंशिया की समस्या से पीड़ित थे. जिस वजह से सितंबर 2018 में उनकी मृत्यु हो गई. फिर कुछ समय बाद ही उनकी माँ की भी मृत्यु हो गई.
जो कि सुमा की जिंदगी का सबसे बुरा साल था, क्योंकि सुमा के पास अपने माता पिता का केयर करने के लिए इतने संसाधन नहीं थे कि वो उनका इलाज सही से करवा सके. इसलिए आगे चलकर उन्होंने गरीब लोगों की मदद करने की सोची और वो इसमें सफल भी रही.