मानसून में Kakoda ki Kheti से मालामाल बनेंगे किसान, जानें उन्नत किस्में और खेती का तरीका! ये हैं धान की 7 बायोफोर्टिफाइड किस्में, जिससे मिलेगी बंपर पैदावार दूध परिवहन के लिए सबसे सस्ता थ्री व्हीलर, जो उठा सकता है 600 KG से अधिक वजन! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Karz maafi: राज्य सरकार की बड़ी पहल, किसानों का कर्ज होगा माफ, यहां जानें कैसे करें आवेदन Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Krishi DSS: फसलों के बेहतर प्रबंधन के उद्देश्य से सरकार ने लॉन्च किया कृषि निर्णय सहायता प्रणाली पोर्टल
Updated on: 4 April, 2022 11:18 AM IST
बिना बिजली और ईंधन के खेतों में पहुंच रहा नदी का पानी

फसल का अच्छा दाम पाने के लिए खेती का भी अच्छा होना बेहद जरूरी होता है. इसके लिए सिंचाई से लेकर अन्य कई जरूरी कामों को समय पर पूरा किया जाता है. सरकार की तरफ से भी किसानों को कई तरह के लाभ दिए जाते हैं, ताकि वह अपनी फसल से बाजार में अच्छा लाभ कमा सकें.

इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के सुकमा के किसान गिरदालपारा लिफ्ट इरिगेशन परियोजना (Girdalpara Lift Irrigation Project) की सहायता से बिना बिजली-ईंधन के करीब 80 एकड़ जमीन पर सिंचाई (irrigation on the ground) कर अच्छा लाभ कमा रहे हैं. इस तरीके से किसान अपने खेत में धान के बाद विभिन्न फसलें प्राप्त कर रहे हैं.  

खेत से दोहरी फसल का लाभ (Benefits of double cropping from the field)

इस विषय में किसान परदेशी राम ने बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था, कि वह अपने खेत से कभी दोहरी फसल का लाभ भी उठा पाएंगे. उन्होंने यह भी बताया कि पहले वह अपने खेत में बहुत ही सीमित क्षेत्र मात्रा में ही फसल उगा पाते थे. पहले बरसात के मौसम में भी फसल अच्छी नहीं होती थी, लेकिन अब इस लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम के बेहतर तरीके के कारण खेत में अच्छी सिंचाई कर टमाटर, मिर्च आदि की फसल से लाभ कमा रहे हैं.

इन सभी उपलब्धियों का श्रेय जिले के कलेक्टर विनीत नंदनवार (Collector Vineet Nandanwar) को जाता है, जिन्होंने किसानों की परेशानियों को देखते हुए इस बेहतर तरीकों को सोचा और किसानों तक पहुँचाया है. जिन किसानों को यह लगता था कि वह अपने खेत में धान के अलावा कभी अन्य फसल का लाभ नहीं उठा पाएंगे, लेकिन आज जिले के कलेक्टर सहित जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग और उद्यान विभाग के प्रयासों के कारण किसान अपने खेत में कई फसलों का लाभ उठाकर अच्छी कमाई कर रहे हैं.

बता दें कि जिले में किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए और साथ ही उद्योग मंत्री कवासी लखमा (Industries Minister Kawasi Lakhma) के मार्गदर्शन में कलेक्टर विनीत नन्दनवार द्वारा लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम के प्रोजेक्ट पर तेजी से काम करना शुरू किया. इस लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम को बिना ईंधन के चलाया जा सकता है. इसे चलाने के लिए मात्र पानी की गति ऊर्जा से ही खेत में किसानों को सिंचाई करनी की सुविधा प्राप्त हुई है. इस परियोजना को मलगेर नदी पर तैयार किया गया है. जहां से जिले के सभी किसानों को खेती के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है.

इस परियोजना से 24 घंटे पानी उपलब्ध (24 hours water is available from this project)

जैसे कि आप जानते हैं कि इस गिरदालपारा लिफ्ट इरिगेशन परियोजना में किसी भी तरह के ईंधन जैसे पेट्रोल, डीजल, मिट्टी तेल और बिजली का इस्तेमाल (use of electricity) नहीं किया जाता है. इसे केवल पानी की ऊर्जा से चलाया जाता है.

इसमें पानी को स्टोर करने के लिए करीब 1.5 किलोमीटर दूर तक 25-25 मीटर टंकी जिसकी गहराई 1.20 मीटर तक है. जिसमें छोटी नदियों की मदद से लगभग पूरे 80 एकड़ जमीन को सिंचित करने के लिए 24 घंटे पानी की उपलब्धता प्राप्त की जा सकती हैं. यह परियोजना किसान भाइयों के लिए बेहद किफायती है.

English Summary: River water reaching the fields without electricity and fuel
Published on: 04 April 2022, 11:21 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now