Success Story: पंजाब सरकार राज्य में बागवानी को बढ़ावा दे रही है. इस प्रयास के चलते राज्य के किसान गेहूं और धान की खेती छोड़ फलों और सब्जियों की बागवानी कर रहे हैं. इसी कड़ी में धारीवाल के पास कोट संतोख राय गांव के किसान बलदेव सिंह निमाणा सरकार से प्रभावित होकर अपने पूरे खेत में बागवानी शुरु कर दी. वह आलू-बुखारा, अमरूद, पपीता और सब्जियों की खेती कर रहे हैं
बागवानी से कमाई हुई दोगुनी
किसान बलदेव सिंह बताते हैं कि बागवानी से उनकी आय में काफी ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई है. बागवानी जहां आय की दृष्टि से अच्छी है, वहीं यह पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है. इसी वजह से उन्होंने अपने पूरे 5 एकड़ खेत में बागवानी शुरू की है. उन्होंने बताया कि ढाई साल पहले वह अपने बस ढाई एकड़ के खेत में बगीचे और आलू-बुखारा और बाकी ढाई एकड़ में अमरूद और पपीते का बगीचा लगाया था. इसके अलावा वह हरी मिर्च और अन्य सब्जियों की भी खेती कर रहे हैं.
पर्यावरण के लिए अनूकुल
बलदेव सिंह निमाणा का कहना है कि उन्होंने हमेशा पर्यावरण अनुकूल खेती को प्राथमिकता दी है. उनका कहना है कि बगीचे लगाने के पीछे उनका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण की सुरक्षा करना है. इन बगीचों से पर्यावरण स्वच्छ और हरा-भरा हो जाता है. उन्होंने कहा कि किसानों को गेहूं-धान के फसल चक्र से बाहर आकर अन्य फसलों की खेती के साथ-साथ बगीचे भी लगाने चाहिए, ताकि उनकी आय बढ़ सके.
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बलदेव सिंह ने कहा कि जिला गुरदासपुर की जमीन बाग-बगीचों के लिए बहुत अच्छी है और यहां के अन्य किसानों को भी बागवानी के प्रति अपना रुझान बढाना चाहिए. उन्होंने कहा कि बाग लगाने से संबंधित किसी भी तकनीकी जानकारी या प्रशिक्षण के लिए किसान जिले के बागवानी विभाग से संपर्क किया कर सकते हैं.