Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 10 November, 2021 9:29 AM IST
Chandrashekhar Singh

धर्म, कला और संस्कृति की नगरी वाराणसी एक बार फिर गौरवान्वित हो गई है. इस बार भारत सरकार ने काशी के ज्ञान, सेवा और कृषि को पद्मश्री देकर सम्मानित किया है. 

पद्मश्री से सम्मानित प्रगतिशील किसान चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि उन्होंने महामना के बगीचे से खेती करना सीखा है और चयन भी उन्हीं के मार्गदर्शन में हुआ है. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि उनका बचपन से ही खेतों की ओर रुझान रहा है. वहीं बीज कार्य में अच्छी कमाई भी होती है.

बता दें कि चंद्रशेखर सिंह ने किसानों की आय और फसल की गुणवत्ता पर लगातार काम भी किया. खास बात तो यह है कि क्षेत्र की बड़ी संख्या में महिलाओं को बीज कंपनी में रोजगार भी मिला है. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि वह पद्म श्री पुरस्कार के लिए दिल्ली पहुंचे हैं, राष्ट्रपति भवन में आज यानी 9 नवंबर को सम्मान समारोह का आयोजन किया जाना है.

चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि धान, गेहूं, अरहर और चना के बीज पर लगातार प्रयोग कर किसानों के लिए अच्छी किस्म विकसित किए हैं, जिससे किसानों को काफी लाभ हुआ है. उनको यह सम्मान एक नई किस्म पर काम करने पर मिला है. बाबा विश्वनाथ, नीलकंठ, मयूरी, दामिनी जैसे बीज बहुत सफल रहे हैं. उनके पिता भी अच्छे बीजों पर काम करते रहे हैं. चंद्रशेखर सिंह चार भाइयों में सबसे बड़े हैं, उनके सभी भाई बीज पर काम करते हैं.

ये खबर भी पढ़ें:घर को बनाया ग्रीन बिल्डिंग, पानी से उगा रहे स्ट्रॉबेरी, लौकी, करेला जैसी शानदार फसलें

प्रगतिशील किसान चंद्रशेखर सिंह को पहले भी अच्छे बीजों के लिए कई पुरस्कार मिल चुके हैं. उन्होंने बताया कि 2010 में उन्हें तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से राष्ट्रपति पुरस्कार मिला था.

वहीं, वर्ष 2008 में प्रगतिशील किसान और 2013 में 1 लाख का पुरस्कार मिला था. जगजीवन राम पुरस्कार के अलावा और भी कई पुरस्कार मिल चुके हैं.

हम आशा करते हैं कि कृषि जागरण के इस लेख को पढ़कर आप अवश्य ही प्रोत्साहित हुए होंगे. अधिक जानकारी के लिए कृषि जागरण हिन्दी डॉट कॉम से जुड़े रहें.

English Summary: Kashi farmer Chandrashekhar Singh got Padma Shri for good breed seeds
Published on: 10 November 2021, 09:34 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now