Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 30 August, 2019 5:04 PM IST

आज देश के कई किसान परंपरागत खेती से हटकर आधुनिक तरीके से खेती कर किसानों को तरक्की का मुकाम दिलाने में सहायता कर रहे हैं. कुछ इसी तरह की मिसाल पेश की है श्याम जी मिश्र ने जोकि शिक्षक से किसान बने हैं. दरअसल मूली की खेती से उन्होंने एक नया रिकॉर्ड बनाया है. उन्होंने 85 से 90 दिन में मात्र ढाई किलो की मूली को पैदा किया है. इससे उन्हें 25 हजार रूपये प्रति बीघा मुनाफा होगा. आज उनकी इस कामयाबी को देखकर कई किसान इसकी ओर बढ़ते जा रहे है. इससे उनको 25 हजार बीघा मुनाफा भी प्राप्त हो रहा है. आज उनकी कामयाबी को देखकर बहुत किसान इस दिशा की ओर बढ़ रहे है.

पेश की आधुनिक खेती की मिसाल

श्याम जी मिश्र ने आज आधुनिक खेती की जिस मिसाल को पेश किया है. वह किसानों की तरक्की का रास्ता बन सकती है. यहां पर परंपरागत गेहूं, धान आर गन्ना आदि खेती से हटकर उन्होंने मूली की खेती शुरू की है. श्याम जी बताते हैं कि वह पंजाब गए थे वहां उनकी मुलाकात मूली की खेती करने वाले किसान से हुई. मूली के उत्पादन और बाद में मुनाफे की बात को सुनकर करतार सिंह से ही वह मूली के बीज को लेकर आए है. उन्होंने एक बीघा में करीब साढ़े सात सौ ग्राम बीज को लगाया. चार एकड़ मूली की बुवाई की. जो 90 दिन में ही तैयार हो गई है. श्याम जी कहते हैं कि पंजाब में बीज को खरीदते समय उनको औसतन 400 क्विंटल प्रति बीघा मूली का उत्पादन बताया गया था.

हर मूली का वजन ज्यादा

उनके खेत में उगने वाली हर मूली ढाई से तीन किलो की है, इस हिसाब से देखें तो उनको प्रति बीघा के हिसाब से करीब 600 से 700 क्विंटल उत्पादन की संभावना है. बुवाई से फसल तैयार होने तक प्रति बीघा करीब छह से सात बीघा लागत लगी है. लेकिन कंपनी से हुए समझौते के मुताबिक तैयार फसल की कीमत प्रति बीघा 30 से 32 हजार रूपये लागत होगी.

आयुर्वेदिक कंपनी खरीदती है मूली

मूली की फसल को आयुर्वेदिक दवा कंपनी खरीद लेती है. फसल की बुवाई के समय पर ही एग्रीमेंट हो जाता है. श्याम जी से हुए एग्रीमेंट के मुताबिक दवा कंपनी पत्तों समेत दो रूपये किलो मूली को खरीदेगी. खुदाई के शुरू होते ही दवाई कंपनी का प्रतिनिधि इसकी तैल करने आएगा. बाद में यह सूख जाएगी जिसके बाद उसके टुकड़े को जला दिया जाएगा और कंपनी जली हुई मूली की राख ले जाएगी.

English Summary: Farmers in UP earn bumper by planting radish in the field, huge profits
Published on: 30 August 2019, 05:06 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now