खेती से कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. समय के अनुसार अलग – अलग फलों और सब्जियों की खेती कर आप पूरे साल पैसा कमा सकते हैं. आप इस कार्य को चाहे अपने खेत या फिर अपने घर में किसी छोटे से स्थान से शुरू कर सकते है.
बता दें कि एक ऐसी ही मिसाल महाराष्ट्र के पुणे सोलापुर हाइवे पर स्थित गांव उरलीकांचन में रहने वाले व्यक्ति ने कयाम की है. वह अपने घर की छत पर अंगूर की बागवानी (Grape Horticulture) कर अच्छा-खासा मुनाफा कमा रहे हैं.
बता दें कि इस किसान का नाम नाम भाऊसाहेब कांचन (Bhausaheb Kanchan) है, जिनकी आयु 58 साल है. इनके पास अपनी लगभग 3 एकड़ जमीन है, जिसमें यह हर तरह की फसलों की खेती करते हैं. उन्हें खेती के कामों में काफी रूचि है और इसे बरकरार रखते हुए घर में बागवानी कर मुनाफा कमाने का विचार किया.
भाऊसाहेब बताते है कि बागवानी की नई तकनीक पर शोध करने के लिए कृषि विभाग किसानों को विदेश जाने का मौका देती है. जहाँ खेती के बारे में कुछ नया सीखने के लिए एवं अध्ययन करने के लिए स्टडी टूर के जरिये किसानों को बाहर भेजा जाता है. इसमें पढ़ाई का आधा खर्चा विभाग द्वारा उठाया जाता है.
भाऊसाहेब ने बताया कि इस स्टडी टूर में यूरोप के जर्मनी, स्विट्जरलैंड और नीदरलैंड में आधुनिक के बारे में बताया जाता है. इस दौरान उन्होंने घर के आंगन और छत पर अंगूर की खेती (Farming Of Grapes ) देखी, जिसके बाद बागवानी करने का विचार किया. देश लौटने के बाद भाऊसाहेब ने मांजरी अंगूर संशोधन केंद्र से मांजरी मेडिका किस्म के दो अंगूर के पौधे खरीदे और उन्हें घर के आंगन में लगा दिया.
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इसके बाद भाऊसाहेब ने अगले तीन साल तक इन पौधों को गोबर से बनी जैविक खाद दी. तीन साल में पौधों ने विशाल रूप ले लिया और जमीन से 32 फुट ऊपर तीसरे मंजिल तक फैल गए. अंगूर को घर में उगाने के लिए उन्होंने एक लोहे का मंडप बनाया. इस मंडप को बनाने में 6 हजार रुपये का खर्चा आया. इसमें लोहे का फ्रेम, प्लास्टिक की नेट का इस्तेमाल किया गया.
अंगूर के बीज से बनती हैं दवा (Medicine Made From Grape Seeds)
भाऊसाहेब ने बताया कि अंगूर के बीजों का इस्तेमाल दवाई बनाने में किया जाता है. इसके अलावा लोग इसका सेवन जूस के रूप में भी करते है. अंगूर फल का सेवन आमतौर पर सभी लोग करते हैं. इसकी बागवानी से कम से कम हर महीने पांच लाख रुपये की कमाई हो जाती है.