ग्रामीण क्षेत्रों में खुद का बिजनेस शुरू कर लाखों की कमाई कर सकते हैं, जिसके लिए आपको तेंदूपत्ता के पौधे की खेती शुरू करनी होगी. आपको बता दें तेंदूपत्ता की खेती अक्सर छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के राज्यों में आदिवासी अपनी दिनचर्या के लिए करते हैं, तथा राज्य में इसे हरा सोना के नाम से भी जाना जाता है. इन राज्यों की सरकार तेंदूपत्ता की खेती को बढ़ावा भी दे रही है. आज हम आपको बताएंगे की आखिर तेंदूपत्ता की खेती से आप कैसे मुनाफा कमा सकते हैं.
तेंदूपत्ते से क्या बनता है? (Products from Tendu Leaves)
तेंदूपत्ता एक पत्ते की तरह होता है, इस पत्ते को आसानी से लपेटे जाने वाले गुण के कारण इसका उपयोग बीड़ी बनाने के लिए सर्वाधिक किया जाता है. बता दें कि देश के दूसरे कई हिस्सों में पलाश के पत्तों का उपयोग बीड़ी के उत्पादन के लिए किया जाता है, लेकिन तेंदू के पत्तों के अतुलनीय आकार, पत्ते के मोटेपन, स्वाद एवं आग को जलाए रखने की क्षमता के कारण इसका सर्वाधिक उपयोग बीड़ी बनाने के लिए किया जाता है. बीड़ी बनाना एक बहुत ही आसान प्राथमिक कार्य है तथा किसी भी स्थान पर किसी भी समय किया जा सकता है. लाखों ग्रामिणों के लिए यह अतिरिक्त आय का एक प्रमुख स्त्रोत है. बीड़ी उद्योग के कारण ग्रामीणों को खाली समय में तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य से रोजगार भी मिलता है.
तेंदूपत्ता को करें संग्रहित (Store the tendu leaves)
पेड़ों से तेंदूपत्ता को एकत्रित करने बाद आपको इसे सुखाना होगा, जिसके लिए आप इसे एक बड़े क्षेत्र में सुखा सकते हैं, इसके पश्चात पत्तों की गड्डी बनाकर संग्राहलय में रख सकते हैं, आपको बता दें कि सरकार की तरफ से तेंदूपत्ता के लिए संग्राहलय बनाएं गए हैं, जिसमें आप तेंदू के पत्तों को संग्रह कर रख सकते हैं.
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जानें कितनी है कीमत (Tendu leaves price)
आपको बता दें कि एक बोरे में एक हजार सुखे पत्ते की एक गड्डी होती है और हर एक गड्डी में 50 पत्ते होते हैं और एक बोरा तेंदूपत्ता 4 हजार रुपए का है.