इंसान की जब से उत्पत्ति हुई तब से वह अपना भोजन नीचे जमीन पर रखकर ही खाता था लेकिन जैसे-जैसे इंसान का दिमाग विकसित होता गया, वह पत्थर पर रखकर खाने लगा, पत्थर से फिर वह पेड़ पौधे के लंबे चौड़े पत्तों पर रखकर खाना शुरू कर दिया.
जब वह पेड़ पौधे के पत्तों पर अपना खाना, खाना शुरू किया ,तब उसको पत्थरों जमीन की तुलना में वह खाना काफी अच्छा और संतुष्टि से भरा लगा तब से इंसान आज तक पत्तों पर खाता है और उनको काफी संतुष्टि भी मिलती है. और इसके साथ ही इंसान ने इन्हीं पत्तों का व्यापार करना भी चालू कर दिया.
आप भी शुरू कर सकते हैं इन तीन तरीके के पत्तों का व्यापार
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केले का पत्ता: केले के पत्ते की अगर बात की जाये तो यह पूजा में पवित्र माना जाता है, लेकिन इसके ज़रिये पैसा भी कमाया जा सकता है. जिससे आप अपने घर को भी चला सकते हैं. केले के पत्ते से प्लेट्स बनायी जाती हैं. खास कर दक्षिण भारत के लोग इसके बिना खाना नहीं खा सकते. यह उनकी संस्कृति का पर्याय है. साथ ही यह वहां के एक बड़े वर्ग को रोजगार भी देता है.
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साखू का पत्ता- साखु का पेड़ सामान्यत पहाड़ी इलाकों में पाया जाता है. लेकिन यह उत्तर भारत के लगभग सभी जंगलों में पाया जाता है. यह काफी लंबा होता है और इसके पत्ते चौड़े होते हैं. या काफी महंगी लकड़ी है इसका पत्ते से लेकर जड़ तक काफी महंगे दर में बिकता है. इसके पत्ते को तोड़कर विभिन्न प्रकार के शादियों में खाना खाने तथा अन्य प्रकार के सामग्री बनाने में प्रयोग में लिया जाता है. इससे भी लोग पैसे कमा कर अपना जीवन यापन कर सकते हैं.
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पान का पत्ता- पान को अमूमन सभी लोग जानते हैं और इसका प्रयोग भी करते हैं. इसको लोग खूब खाते भी हैं. चाहे वह उत्तर हो या दक्षिण सभी जगह इस पत्ते के दीवाने हैं.
पूजा के सभी कामों में इसका प्रयोग किया जाता है इसके बिना पूजा पूरी नहीं हो सकती है. इसकी खेती ज्यादातर बिहार में की जाती है और इसका भरपूर प्रयोग भी करते हैं. इसकी खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार सब्सिडी भी देती है.