प्रोटीन और विटामिन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर मशरूम खाने में काफी स्वादिष्ट होता है. वैसे तो मशरूम का उत्पादन भारत में 60 सालों से किया जा रहा है, लेकिन अब मशरूम की मांग को देखते हुए इसका खूब उत्पादन हो रहा है.
हमारी थाली का अहम हिस्सा बन चुका मशरूम औषधीय गुणों से भी भरपूर होता है. यह शरीर में कई रोगों से लड़ने में प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा करता है. ऐसे में यदि आप मशरूम रेगुलर खाते हैं तो यह स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद अच्छा होता है.
छोटे बाजारों में भी बना रहा पैठ
आमतौर पर मशरूम अब तक बड़े शहरों में मिलता था. लेकिन अब यह गांवों के छोटे बाजारों तक अपनी पैठ बना चुका है. वहीं जैसे-जैसे मशरूम की मांग बढ़ रही है वैसे-वैसे इसके उत्पादन में भी इजाफा हो रहा है. छोटे गांवों के कई किसान मशरूम की खेती करके अच्छी कमाई कर रहे हैं. वैसे भी मशरूम की खेती के लिए जमीन की आवश्यतकता नहीं होती है. इस लिए इसे वे लोग भी कर सकते हैं जिनके पास जमीन नहीं है.
प्रोसेस्ड मशरूम की डिमांड
गौरतलब है कि आज भी देस के ज्यादातर हिस्सों में मशरूम नहीं पहुंच पाया है. इसकी सबसे बड़ी वजह है मशरूम में पानी की अधिक मात्रा होती है जिसके कारण यह जल्दी खराब हो जाता है. ऐसे में मशरूम के प्रोसेस्ड उत्पादों की डिमांड काफी बढ़ चुकी है. प्रोसेस्ड मशरूम की खासियत यह होती है कि यह देश के उन हिस्सों में आसानी से पहुंच सकता है जहां इसकी उपलब्धता नहीं है. आजकल बाजार में प्रसंस्कृत यानि प्रोसेस्ड मशरूम की डिमांड खूब है. ऐसे में मशरूम को प्रोसेस्ड करके अच्छी कमाई की जा सकती है. इसमें मशरूम को सुखाकर पैकेट में भरकर बेचा जाता है.
प्रोसेस्ड मशरूम के उत्पाद
प्रोसेसिंग करने के बाद मशरूम को लंबे वक्त तक उपयोग में लाया जा सकता है. दरअसल, मशरूम में 85 से 90 प्रतिशत तक पानी होता है. इस वजह से इसको लंबे समय तक रखना मुश्किल है. ऐसे में प्रोसेस्ड मशरूम का बिजनेस बेहद फायदेमंद होता है. वहीं छोटे गांवों और छोटे शहरों में में प्रोसेस्ड मशरूम को पहुंचाना आसान होता है. जहां प्रोसेस्ड मशरूम को सुखाकर पैकेट बनाए जाते हैं वहीं इससे कई तरह के उत्पाद भी बनाए जा सकते हैं. इससे मशरूम पापड़, मशरूम पाउडर, मशरूम कुकीज, मशरूम बड़िया, मशरूम चिप्स और मशरूम आचार जैसे उत्पाद तैयार किए जा सकते हैं.