अगर आप खुद का बिजनेस (Business) करने का सोच रहे हैं तो ऐसे में आप पापड़ का बिजनेस (Papad Business Idea) शुरू कर सकते हैं आपको बता दें कि पापड़ हमारे देश के साथ-साथ पड़ोसी देशों का भी काफी पसंदीदा व्यंजनों में से एक है. ये अपने स्वाद के साथ-साथ हमारे पेट के लिए भी अच्छा है इसे आप रोटी- सब्जी, दाल-चावल के साथ बड़े मजे से खा सकते हैं, बाहरी देशों में लोग इसे सलाद में डालकर भी खाते हैं.
इसे दालों और मसालों के मिश्रण के साथ बनाया जाता है. जो बेहद ही स्वादिष्ट होता है. इसकी सबसे अच्छी चीज यह है कि इसे बनाना और बेचना बेहद ही आसान है. ये कम निवेश और कम समय में आसानी से बन कर तैयार हो जाते हैं. तो आज हम आपको कृषि जागरण के इस लेख में पापड़ बिजनेस की पूरी डिटेल देंगे, तो आइये जानते हैं विस्तार से....
कितने प्रकार के होते हैं पापड़ (How many types of papad are there)
आपको बता दें कि पापड़ कई प्रकार के फ्लेवर में आते हैं जैसे- मूंग पापड़, पोहा पापड़, चावल का पापड़, मेथी पापड़, पालक पापड़, झींगा पापड़, साबूदाना पापड़, आलू पापड़, मसाला पापड़.
पापड़ बनाने के व्यवसाय के लिए कच्चा माल:
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अलग किस्मों की दालों का आटा
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नमक स्वादानुसार
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चावल का आटा
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सोडा
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काली मिर्च पाउडर
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मिर्च पाउडर
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मसाले
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हींग पाउडर
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खाद्य तेल
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कास्टिक सोडा
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पैकिंग सामग्री
पापड़ बनाने के व्यवसाय के लिए आवश्यक मशीनरी और उपकरण (Machinery and equipment required for papad making business)
पापड़ बनाने के लिए तीन तरीके उपलब्ध हैं, जैसे- मैनुअल, स्वचालित और अर्ध-स्वचालित. मैसूर में भी CFTRI में पापड़ प्रेस अच्छी तरह से विकसित है. इसके अलावा कई अलग-अलग प्रकार की पैडल से चलने वाली पापड़ प्रेस मशीनें उपलब्ध हैं. अगर आप कम मात्रा में उत्पादन प्राप्त करना चाहते हैं तो आप इस प्रकार की मशीनों का उपयोग कर सकते हैं.
पापड़ बनाने की पूरी विधि (Complete method of making papad)
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आपको सबसे पहले विभिन्न प्रकार की दालों को अच्छे से मिलाना है.
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इसके बाद दाल में पर्याप्त मात्रा में पानी, मसाले, नमक और सोडियम बाइकार्बोनेट डालना है.
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फिर आटा बनाने के लिए, सब कुछ एक साथ समान रूप से मिलाना है.
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इसके बाद 30 मिनट की अवधि बीत जाने के बाद लगभग 7-8 ग्राम के छोटे आटे के गोले बनाने हैं.
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फिर आपको इन आटे की बॉल्स को पापड़ बनाने वाली मशीन में डाल देना है. जिससे सांचे के आकार के आधार पर गोलाकार पापड़ बन जायेंगे.
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आखिर में आपको इन पापड़ों को मशीन में या धूप में सुखाना होगा. हालांकि, मशीन से सुखाए गए पापड़ बेहतर दिखते हैं.
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फिर आपको इन आटे की बॉल्स को पापड़ बनाने वाली मशीन में डाल देना है. जिससे सांचे के आकार के आधार पर गोलाकार पापड़ बन जायेंगे.
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आखिर में आपको इन पापड़ों को मशीन में या धूप में सुखाना होगा. हालांकि, मशीन से सुखाए गए पापड़ बेहतर दिखते हैं.
भारत में पापड़ का बिजनेस शुरू करने के लिए आवश्यक लाइसेंस:
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आपको सबसे पहले अपनी फर्म का पंजीकरण करवाना होगा.
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फिर आपको ईएसआई पंजीकरण करवाना होगा.
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अगर आपकी फर्म में 20 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं तो आपको कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) पंजीकरण करवाना होगा.
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पापड़ बनाने के लिए पीएफए अधिनियम के अनुपालन की आवश्यकता पड़ती है. इसलिए बीआईएस गुणवत्ता मानदंड आईएस 2639:1984 में उपलब्ध हैं; आपको भी इस मानक का पालन करना होगा.
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अपने ब्रांड की सुरक्षा के लिए अपनी कंपनी का नाम ट्रेडमार्क के रूप में पंजीकृत करवाना होगा.
पापड़ बनाने के बिजनेस की मार्केटिंग और ब्रांडिंग:
आपके पास एक मार्केटिंग रणनीति होनी बेहद जरुरी है. पापड़ बेचने के लिए आप पड़ोस के खुदरा बाजार से शुरुआत कर सकते हैं.
इसके अलावा, आप शॉपिंग सेंटर और डिपार्टमेंटल स्टोर पर भी जा सकते हैं. क्योंकि वे नियमित रूप से पापड़ खरीदते हैं.
या फिर आप अमेज़न, फ्लिप्कार्ट जैसी साइटों का उपयोग करके ऑनलाइन पापड़ बेच सकते हैं.