Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 22 June, 2022 11:06 AM IST
Positive Experiments

संगीत (music) में अद्भुत शक्ति होती है. यह उदास दिलों में उमंग का संचार करता है. सामान्यतः हर इंसान को किस ना किसी तरह का संगीत पसंद होता है, जिससे वह खुशी व गम में सुनना पसंद करता है. संगीत से तनाव (stress) कम होता है और काम करने की ऊर्जा मिलती है.

पौधों के लिए प्रेरक (inspirational) और ऊर्जादायक है संगीत (music)

क्या आप जानते हैं कि संगीत सिर्फ इंसानों को ही नहीं पेड़ पौधों को भी खुशी देता है. खेतों में पानी और खाद देने के अलावा यदि फसलों को संगीत सुनाया जाए, तो पैदावार ज्यादा ली जा सकती है .

फसलों पर संगीत के प्रभाव के सकारात्मक प्रयोग

आपको शायद अजीब लगे कि हमारे देश में ऐसे प्रयोग किए जा रहे हैं, जिसमें बताया जा रहा है कि संगीत में निहित असीम शक्ति और माधुर्य का प्रयोग करके किसान भाई ना सिर्फ अपना उत्पादन बढ़ा सकते हैं, बल्कि उत्पादित वस्तुओं की गुणवत्ता भी बढ़ा सकते हैं.

पशुओं पर भी होता है सकारात्मक प्रभाव

पौधों को ही नहीं गायों व अन्य दुधारू पशुओं को भी संगीत सुनाकर ज्यादा दूध भी लिया जा सकता है.

म्यूजिक बढ़ा सकता है पैदावार : आकाश चौरसिया के प्रयोग रहे हैं सफल

खेतों में पानी और खाद देने के इतर फसलों को म्यूजिक सुनाकर ज्यादा पैदावार भी ली जा सकती है. मध्य प्रदेश के युवा कृषि वैज्ञानिक आकाश चौरसिया जो मल्टी लेयर फार्मिंग के लिए देश दुनिया में चर्चित हो चुके हैं, उन्होंने यह साबित कर दिखाया है कि जीव जन्तुओं और पेड़ पौधों पर भी संगीत का सकारात्मक असर होता है.

अपने फॉर्म हाउस पर चौरसिया जी ने किए हैं संगीत थेरेपी के सकारात्मक प्रयोग

चौरसिया जी ने 12 एकड़ के फार्म हाउस में फसलों, गायों और वर्मी कंपोस्ट पर यह प्रयोग किए हैं. उनके द्वारा प्रयुक्त ओंकार धुन का पौधों पर चमत्कारिक असर तो दिखा ही है, भंवरे की धुन से फूलों का उत्पादन भी बढ़ा है. कहने का अर्थ यह है कि संगीत का प्रभाव उत्पादन बढ़ाने में बहुत अच्छी भूमिका निभा सकता है.

ये खबर भी पढ़ें : World Music Day 2022: तनावमुक्त जीवन के लिए दवा से कम नहीं संगीत सुनना

केंचुआ को संगीत सुनाकर बढ़ाया वर्मी कंपोस्ट का प्रोडक्शन

अपने खेत में कुछ हजार का म्यूजिक सिस्टम लगाने वाले आकाश चौरसिया ने संगीत के जरिए लाखों का मुनाफा कमाया है. वे किसान भाइयों को ना सिर्फ जैविक खेती के नए-नए तरीके सिखा रहे हैं, बल्कि म्यूजिक थेरेपी के सफल प्रयोग का प्रशिक्षण भी दे रहे हैं. हमारे किसान भाई जिन जीव जन्तुओं और पेड़ पौधों के संपर्क में रात दिन रहते हैं, उनमें जीवन का स्पंदन में महसूस करते हैं. यदि  वे उन्हें संगीत से जोड़ दें, तो उनके उत्पादन की गुणवत्ता भी बढ़ेगी और उत्पादन भी और वे ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सकेंगे.

English Summary: music is helpful to increase production
Published on: 22 June 2022, 11:14 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now