किसानों की सहायता के लिए राज्य सरकार भी केंद्र सरकार के साथ बढ़कर सामने आ रही हैं. बता दें कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने सोमवार को वाईएसआर रायथु भरोसा-पीएम किसान योजना के तहत किसानों को वित्तीय सहायता की दूसरी किस्त के लिए 2,096 करोड़ रुपए की राशि किसानों के खाते में भेजी.
50.92 लाख किसानों को हुआ फायदा
सोमवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त के पैसे हस्तांतरित किए. जिसके बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने राज्य के 50.92 लाख किसानों के बैंक खातों में वाईएसआर रायथु भरोसा-पीएम किसान योजना की दूसरी किस्त भेजी, जिसमें कुल 2,096 करोड़ रुपए का हस्तांतरण हुआ.
नंदयाल जिले के अल्लागड्डा में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि प्रत्येक किसान को कुल 13,500 रुपए की सहायता में से 7,500 रुपए की पहली किस्त इस साल मई में वितरित की गई थी.
सोमवार को जारी 2096.04 करोड़ रुपए की दूसरी किस्त में प्रत्येक लाभार्थी को खरीफ कटाई और रबी की बुवाई के लिए 4000 रुपए मिलेंगे. 2000 रुपए की अंतिम किस्त अगले साल जनवरी में मकर संक्रांति से पहले जारी की जाएगी.
किसानों के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए उन्होंने कहा कि सरकार 50 लाख से अधिक किसानों के लाभ के लिए इस योजना के तहत हर साल 7,000 करोड़ रुपए खर्च कर रही है. उन्होंने कहा कि आज के वितरण से सरकार ने कल्याण योजना के तहत अब तक 25,971.33 करोड़ रुपए खर्च किए हैं.
रायथू भरोसा योजना के क्रियान्वयन का यह लगातार चौथा वर्ष है. यह योजना न केवल कृषि भूमि मालिकों के लिए बल्कि किरायेदार किसानों के लिए भी लागू की जा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अब तक रायथू भरोसा केंद्र (आरबीके), ई-फसल, मुफ्त फसल बीमा, इनपुट सब्सिडी, मुफ्त नौ घंटे जैसी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत किसानों के लाभ के लिए 1,33,526.92 करोड़ रुपए खर्च किए हैं. बिजली की आपूर्ति, मशीनीकरण और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी).
उन्होंने कहा कि वाईएसआरसीपी के सत्ता में आने के बाद किसान परिवारों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत 51,000 रुपए मिले.
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जगन रेड्डी ने कहा कि तेदेपा शासन ने अपने पांच साल के शासन में किसानों के लिए शून्य ब्याज आधारित ऋण की ओर 685 करोड़ रुपए खर्च किए, जबकि वाईएसआरसीपी सरकार ने अब तक 1282 करोड़ रुपए खर्च किए. वाईएसआरसीपी शासन के दौरान अब तक 44,28,000 किसानों को फसल बीमा के रूप में 6684 करोड़ रुपए मिले, जबकि पिछली सरकार के दौरान केवल 30,85,000 किसानों को फसल बीमा के रूप में 3411 करोड़ रुपए मिले.