उदय उमेश ललित’ या यूं कहें कि ‘यू यू ललित’ को देश के 49वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा शपथ दिला दी गयी है और अब ‘उदय उमेश ललित’ आधिकारिक रूप से देश के 49वें मुख्य न्यायाधीश हो चुके हैं. उनका कार्यकाल केवल ढाई महीने का है.
सीजेआई का महाराष्ट्र में हुआ था जन्म
भारत के मुख्य न्यायाधीश ‘यू यू ललित’ का जन्म 9 नवंबर, 1957 को महाराष्ट्र के सोलापुर में हुआ था. अपने जीवने में पहली बार 1983 में महाराष्ट्र और गोवा बार काउंसिल में वकील के रूप में नामांकित हुए थे और इसके बाद दिल्ली आने से पहले 1985 तक बॉम्बे हाईकोर्ट में वकालत की थी.
क्राइम लॉ के विशेषज्ञ हैं नए सीजेआई
भारत के नए मुख्य न्यायाधीश ‘यू यू ललित’क्रिमिनल लॉ के विशेषज्ञ माने जाते हैं. वे 2 जी मामले में एक विशेष अभियोजक(Prosecution) के रुप में काम कर चुके हैं और साथ ही सुप्रीम कोर्ट की कानून सेवा समिति में भी काम कर चुके हैं. ये भारत के दूसरे ऐसे सीजेआई हैं जोकि किसी हाई कोर्ट में जज नहीं रहे हैं.
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कई अहम फैसले सुना चुके हैं नए सीजेआई
भारत के हाल ही में चुने गए मुख्य न्यायाधीश ‘यू यू ललित’ ने पहले सुप्रीम कोर्ट के जज के रुप में कई अहम फैसले सुनाएं हैं, जैसे तीन तलाक, केरल में पद्मनाभस्वामी मंदिर पर त्रावणकोर शाही परिवार का दावा और पॉक्सो से जुड़े कानून पर उन्होंने फैसले लिए.