Kisan Credit Card: किसानों को अब KCC से मिलेगा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें कैसे उठाएं लाभ? Farmers News: किसानों की फसल आगलगी से नष्ट होने पर मिलेगी प्रति हेक्टेयर 17,000 रुपये की आर्थिक सहायता! Loan Scheme: युवाओं को बिना ब्याज मिल रहा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 30 June, 2020 5:46 PM IST

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एक अनोखी योजना चलाई जाने वाली है. दरअसल, राज्य के बिलासपुर जिले के नगर निगम द्वारा एक योजना शुरू की जाएगी. इसके तहत लोग बेसहारा घूमने वाली गायों को गोद ले सकते हैं. खास बात है कि गाय की देखभाल भी निगम और आसपास के गोकुलधाम संचालक द्वारा की जाएगी. बस गोद लेने व्यक्ति को सिर्फ पशुओं के चारे की व्यवस्ता करनी होगी. इसके बदले में गाय जितना दूध देगी, उसमें से एक वक्त का पूरा दूध उन्हें दिया जाएगा.

नगर निगम प्रशासन ने चलाया अभियान

प्रशासन ने सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा मवेशियों को पकड़ने के लिए इस खास  अभियान की शुरुआत की है. जब इन्हें कांजी हाउस में रखा जाता है, तो पशुओं को लेने के लिए कोई नहीं आता है. ऐसे में इनकी देखभाल करना काफी मुश्किल हो जाता है. इस कारण निगम प्रशासन मवेशियों को छोड़ देते हैं, लेकिन अब गाय को गोद लेने की योजना इस समस्या का समाधान करेगी. प्रशासन का दावा है कि इस तरह पशुओं की देखभाल अच्छी तरह हो पाएगी.

ये खबर भी पढ़ें: PMFBY: किसान 15 जुलाई तक करवाएं खरीफ फसलों का बीमा, इन दस्तावेज़ की पड़ेगी ज़रूरत

सांड को भी गोद लें

इस योजना के तहत लोग सांड को भी गोद ले सकते हैं. हालांकि, उनसे कुछ लाभ नहीं होगा, लेकिन बता दें कि सांड की पूजा का अपना एक धार्मिक महत्व होता है. नगर निगम का लक्ष्य है कि पशुओं को गोद लेने से मिलने वाली राशि का उपयोग करके शहर में घूमने वाले आवारा मवेशियों की देखभाल की जाए.

धार्मिक आयोजन में कर सकेंगे उपयोग

अगर लोग चाहते हैं, तो अपने गोद लिए पशुओं का धार्मिक आयोजन में भी उपयोग कर सकते हैं. उन्हें पशुओं की पूजा-पाठ करने और समय-समय पर देखभाल करने की आजादी दी जाएगी.

ये खबर भी पढ़ें: 80 करोड़ लोगों को दीपावली और छठ तक मिलेगा मुफ्त अनाज- पीएम मोदी

English Summary: Unique scheme of Chhattisgarh government. Municipal corporation will take care of animals by adopting them
Published on: 30 June 2020, 05:50 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now